प्रतीकात्मक तस्वीर.
ग्वाटेमाला सिटी:
ग्वाटेमाला की एक अदालत ने बुधवार को एक पूर्व सैनिक को गृह युद्ध के दौरान 201 किसानों के नरसंहार के मामले में 5,160 साल की जेल की सजा सुनाई है. यह नरसंहार इस मध्य अमेरिकी देश के गृह युद्ध की सबसे नृशंस घटनाओं में से एक था. अदालत ने सांतोस लोपेज नाम के पूर्व सैनिक को उस नरंसहार में 171 लोगों की हत्या का दोषी पाया और प्रत्येक के लिए 30-30 साल यानि कुल 5,130 साल की सजा सुनाई. एक बच्चे की हत्या के सिलसिले में उसे 30 साल की अतिरिक्त सजा मिली है.
बता दें, सजा सांकेतिक है क्योंकि ग्वाटेमाला में जेल की सजा की अधिकतम अवधि 50 साल है. लोपेज कैबिल नाम के अमेरिका द्वारा प्रशिक्षित जवाबी कार्रवाई बल के सदस्य थे. उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और 2016 में निर्वासित कर दिया गया था. जांच के मुताबिक, लोपेज उस दल का सदस्य था, जिसने दिसंबर 1982 में मेक्सिको की सीमा से लगे ग्वाटेमाला के दोस एरेस क्षेत्र में नरसंहार किया था. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 1996 तक चले ग्वाटेमाला के गृह युद्ध के दौरान करीब 2 लाख लोग मारे गए या लापता हो गए थे.
यहूदी नरसंहार और दो विश्व युद्ध देखने वाले शख्स ने तोड़ा दम
आखिर हाशिमपुरा में 42 लोगों की हत्या किसने की?
बता दें, सजा सांकेतिक है क्योंकि ग्वाटेमाला में जेल की सजा की अधिकतम अवधि 50 साल है. लोपेज कैबिल नाम के अमेरिका द्वारा प्रशिक्षित जवाबी कार्रवाई बल के सदस्य थे. उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और 2016 में निर्वासित कर दिया गया था. जांच के मुताबिक, लोपेज उस दल का सदस्य था, जिसने दिसंबर 1982 में मेक्सिको की सीमा से लगे ग्वाटेमाला के दोस एरेस क्षेत्र में नरसंहार किया था. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 1996 तक चले ग्वाटेमाला के गृह युद्ध के दौरान करीब 2 लाख लोग मारे गए या लापता हो गए थे.
यहूदी नरसंहार और दो विश्व युद्ध देखने वाले शख्स ने तोड़ा दम
आखिर हाशिमपुरा में 42 लोगों की हत्या किसने की?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं