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आप भी AI से बनवा रहें साड़ी-सूट वाली फोटो? पहले इसके रिस्क को जान लीजिए

Google Gemini 'Nano Banana' Trends: गूगल के जेमिनी AI असिस्टेंट का ‘नैनो बनाना’ ट्रेंड सोशल मीडिया पर वायरल है. लोग इससे साड़ी-सूट में अपनी हाइपर रियलिस्टिक तस्वीरें बनवा रहे हैं, 3D मॉडल बनवा रहे हैं.

आप भी AI से बनवा रहें साड़ी-सूट वाली फोटो? पहले इसके रिस्क को जान लीजिए
Gemini AI Saree Photos Trend: फिल्मी दुनिया में भी यह ट्रेंड हावी
  • गूगल के जेमिनी AI टूल 'नैनो बनाना' से यूजर्स अपनी सेल्फी को हाइपर-रियलिस्टिक 3D मॉडल में बदल सकते हैं.
  • सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड तेजी से वायरल, लोग इसे रेट्रो और बॉलीवुड स्टाइल तस्वीरों के लिए पसंद कर रहे हैं.
  • AI टूल में फोटो अपलोड करने से उपयोगकर्ता अपनी डिजिटल पहचान और निजी जानकारियों पर नियंत्रण खो सकते हैं.
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सोशल मीडिया का दौर यानी हर दूसरे दिन एक नया ट्रेंड. अगर आप भी इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हैं तो आपने भी जरूर गूगल के जेमिनी AI असिस्टेंट का ‘नैनो बनाना' ट्रेंड देखा होगा. इसमें लोग अपना हाइपर रियलिस्टिक 3D मॉडल बनवा रहे हैं, इसकी मदद से साड़ी-सूट में विजेंट बॉलीवुड स्टाइल तस्वीर एडिट करा रहे हैं. 

यह ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है और इसकी लोकप्रियता के पीछे सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि लोग एक आसान सा प्रॉप्ट या निर्देश देकर इस AI से अपनी इतनी अच्छी तस्वीर बनवा ले रहे हैं जैसे वो तस्वीर एकदम सच्ची है. आपको अपनी हाइपर रियलिस्टिक तस्वीर बनवाने के लिए न कोई तकनीकी कौशल चाहिए और न कोई पेमेंट करना है. 

लेकिन क्या इस ट्रेंड में सबकुछ अच्छा ही है या इससे जुड़े अपने रिस्क भी हैं? चलिए आपको इसका जवाब देनें से पहले बताते हैं कि आखिर गूगल जेमिनी AI का ‘नैनो बनाना' क्या है.

नैनो बनाना AI टूल

"नैनो बनाना" ट्रेंड तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल है. यह Google के जेमिनी AI का फोटो एडिटर टूल है. यह एक क्लिक में यूजर्स के सेल्फी को हाइपर-रियलिस्टिक 3D मॉडल में  बदल देता है. जेमिनी के ‘नैनो बनाना' टूल को एक्सप्लोर करते समय यूजर्स को सोचा कि क्यों न इससे साड़ी में रेट्रो तस्वीरें भी बनवाई जाए. सोशल मीडिया के धुरंधरों ने लोगों को आसान से प्रॉम्प्ट बताए हैं और एक तस्वीर देकर नैनो बनाना से ऐसी रेट्रो तस्वीरें बनाई जा रही हैं.

लेकिन क्या AI से फोटो बनवाना सेफ है?

किसी भी AI से तस्वीर बनाने के लिए रेफरेंस फोटो हम खुद देते हैं. ऐसे में आपकी कई सारी जानकारी आप सार्वजनिक रूप से खुद देते हैं. इंटरनेट पर जो चीज एक बार चली गई वो कभी खत्म नहीं होती. किसी भी AI टूल से तस्वीर बनाने से जुड़े सबसे बड़ा खतरा यह होता है कि आप अपनी डिजिटल पहचान पर नियंत्रण खो देते हैं. एक डिजिटल पहचान किसी व्यक्ति, संगठन या डिवाइस का ऑनलाइन प्रतिनिधित्व करती है. सीधे शब्दों में कहें तो यह आपकी फोटो, यूजर नाम, पासवर्ड और अन्य पर्सनल डिटेल्स जैसे डेटा का एक सेट है. जब आप अपना फोटो AI इमेज जनरेटर पर अपलोड करते हैं, तो आप इस बात से नियंत्रण खो देते हैं कि उनका उपयोग कैसे होगा. उस फोटो के साथ AI को वो डिटेल्स भी मिल सकते हैं जिन्हें आप शेयर नहीं करना चाहते, जैसे- लोकेशन, फोटो के बैकग्राउंड में दिख रहे आपकी पर्सनल जानकारियां, या आपका पर्सनल सर्कल में कौन-कौन शामिल है.

हर किसी को निजता यानी प्राइवेसी का अधिकार है. लेकिन आज की सोशल मीडिया और AI की दुनिया में, हम इस अधिकार को छोड़ने के आदी हो गए हैं. अक्सर हम ट्रेंड के साथ बने रहना चाहते हैं, लगता है कि दूसरे कर रहे हैं तो हमें भी करना चाहिए. 

 Google ने ‘नैनो बनाना' AI टूल में सुरक्षा के क्या इंतजाम रखे हैं?

कोई विजुअल जेमिनी ने बनाया है या वह किसी इंसान का बनाया आर्टवर्क है, यह सुनिश्चित करने के लिए जेमिनी एक ऐसा SynthID वॉटरमार्क का उपयोग करता है जो नजर नहीं आता. साथ ही यह हर AI जेनेरेटेड तस्वीर को अलग दिखाने के लिए एक दृश्य वॉटरमार्क का भी उपयोग करता है.

गूगल खुद कहता है कि जेमिनी कभी ऐसा कंटें भी बना सकता है जो उसके खुद के दिशानिर्देशों (गाइडलाइंस) का उल्लंघन करता है.

यह भी पढ़ें: क्या है ये Nano Banana ट्रेंड? सिर्फ 3 स्टेप्स से बनाएं AI से 3D फोटो, इस ट्रिक से वायरल करें अपनी तस्वीर

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