- बाबा वेंगा ने 2026 में एक गंभीर वैश्विक वित्तीय संकट की भविष्यवाणी की है
 - बाबा वेंगा ने कहा है कि इस संकट के चलते सोने की कीमतों में आश्चर्यजनक वृद्धि देखने को मिल सकती है
 - बाबा वेंगा बाल्कन की नास्त्रेदमस मानी जाती हैं. वो 12 वर्ष की उम्र में अंधी हो गई थीं
 
अगर आप शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं और आपको यह बता दिया जाए कि आज से 2 महीने बाद किसी स्टॉक का क्या हाल रहेगा, तो आप खुशी से उछल पड़ेंगे. यह तो शायद गारंटी के साथ कहा जा सकता है. कल क्या होगा, यह बात आज बताने वालों को ही भविष्यवक्ता कहते हैं. भविष्य देखने वालों में दुनिया में अभी सबसे बड़ा नाम नास्त्रेदमस को माना जाता है. वहीं दूसरा नाम "बाल्कन की नास्त्रेदमस" कहीं जाने वालीं बाबा वेंगा का आता है. बाबा वेंगा की हर भविष्यवाणी उनके फॉलोवर्स को सोचने पर मजबूर कर देती है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि बुल्गारिया की मशहूर रहस्यवादी बाबा वेंगा की कई भविष्यवाणियां सही साबित हुई हैं. बाबा वेंगा ने आने वाले साल यानी 2026 में गोल्ड की कीमतों को लेकर भी एक बड़ी भविष्यवाणी की है. चलिए आपको यहां बताते हैं.
लैडबाइबल की रिपोर्ट के अनुसार, बाबा वांगा ने 2026 के लिए एक चरम वैश्विक वित्तीय संकट की भविष्यवाणी की है. उनकी भविष्यवाणी है कि इस साल डिजिटल और फिजिकल, दोनों मुद्रा यानी करेंसी की प्रणाली ध्वस्त हो जाएंगी, जिससे 'कैश क्रश' हो जाएगा. इस संकट के कारण बैंकिंग संकट, करेंसी वैल्यू का कमजोर होना और बाजार में तरलता में कमी जैसी घटनाएं हो सकती हैं. एक संकट से दूसरा संकट पैदा होगा जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा. इस कैश क्रश के कारण सोने की कीमतों में आश्चर्यजनक वृद्धि होने की भविष्यवाणी की गई है. बाबा वेंगा की पहेलियों में ही उनकी भविष्यवाणी छिपी होती थी और उससे यह मतलब निकाला जा रहा है कि एक बड़ी आर्थिक समस्या के कारण अगले साल सोने की कीमतें आसमान छू जाएंगी. बता दें कि भारत में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहले ही पहुंच गई हैं, जो 1.24 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है.
तो कौन थी बाबा वेंगा
पहले तो यह जान लीजिए कि बाबा वेंगा एक महिला थीं, क्योंकि कई लोगों को उनके नाम के आगे बाबा शब्द सुनकर यह भ्रम रहता है कि वो कोई पुरुष रहे होंगे. बाबा वेंगा को "बाल्कन की नास्त्रेदमस" के रूप में जाना जाता है. बाबा बेंगा का असली नाम वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था. उनका जन्म मौजूदा नॉर्थ मैसेडोनिया में साल 1911 में हुआ था. 12 साल की उम्र में ही एक बवंडर की वजह से उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी. उनके मानने वालों का कहना है कि इसके बाद उन्हें भविष्य देखने की शक्ति मिल गई थी. उनकी उम्र 30 की भी नहीं हुई थी कि वो भविष्यवाणियों और उपचार करने में मशहूर हो गई थीं.
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