इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को सोमवार को वहां की संसद में भी अग्निपरीक्षा से गुजरना है। आज गिलानी को नेशनल एसेम्बली में विश्वास मत हासिल करना है जिसे जम्हूरियत बचाने का प्रस्ताव कहा जा रहा है। इस प्रस्ताव में मौजूदा राजनीतिक नेतृत्व को समर्थन देने और उसमें भरोसा जताने की बात कही गई है।
माना जा रहा है कि सेना और सरकार के बीच हुए विवाद की गाज गिलानी पर गिर सकती है। इस वोटिंग से पहले गिलानी ने कहा है कि वह पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं और सिर्फ संसद के प्रति जवाबदेह हैं। गिलानी ने यह भी कहा कि यह जरूरी नहीं कि कोई प्रधानमंत्री 5 साल तक सत्ता पर काबिज रहे जरूरी ये है कि संसद 5 साल का अपना कार्यकाल पूरा करे। उन्होंने कहा कि अगर कोई संविधान के मुताबिक नए प्रधानमंत्री का चुनाव करता है तो वह उसका स्वागत करेंगे।
माना जा रहा है कि सेना और सरकार के बीच हुए विवाद की गाज गिलानी पर गिर सकती है। इस वोटिंग से पहले गिलानी ने कहा है कि वह पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं और सिर्फ संसद के प्रति जवाबदेह हैं। गिलानी ने यह भी कहा कि यह जरूरी नहीं कि कोई प्रधानमंत्री 5 साल तक सत्ता पर काबिज रहे जरूरी ये है कि संसद 5 साल का अपना कार्यकाल पूरा करे। उन्होंने कहा कि अगर कोई संविधान के मुताबिक नए प्रधानमंत्री का चुनाव करता है तो वह उसका स्वागत करेंगे।
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