त्रिपोली:
लीबिया छोड़ने के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच लीबियाई शासक मुअम्मर गद्दाफी ने कहा है कि वह अपने पूर्वजों की भूमि को नहीं छोड़ेंगे। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय जगत द्वारा किए गए उनसे देश छोड़ने की ताजा मांग के मद्देनजर गद्दाफी की यह टिप्पणी आई है। उन्होंने त्रिपोली से 50 किलोमीटर पश्चिम में स्थित जाविया में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, वह मुझे देश छोड़ने को कह रहे हैं। मैं अपने पूर्वजों की भूमि नहीं छोडूंगा, जिन्होंने मेरे लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। गौरतलब है कि पश्चिमी और क्षेत्रीय शक्तियों ने शुक्रवार को इस्तांतबुल में एक बैठक कर गद्दाफी से पद छोड़ने की मांग की। वह पिछले चार दशक से सत्ता पर काबिज हैं। गद्दाफी ने अपने शासन के खिलाफ पांच माह से चले आ रहे विद्रोह के बारे में कहा, मैं अपने लोगों के लिए खुद की बलि चढ़ाने को तैयार हूं और अपने उन पूर्वजों के रक्त से सींची गई इस भूमि को मैं कभी नहीं छोडूंगा, जिन्होंने इतालवी और ब्रिटिश उपनिवेशवादियों से जंग लड़ी थी।
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गद्दाफी, लीबिया