गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी अर्जेंटीना पहुंचे.
ब्यूनर्स आयर्स:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनर्स आयर्स में शुक्रवार को दुनिया के नेताओं के साथ दो महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय बैठकों में भाग लेंगे. इन बैठकों में प्रमुख वैश्विक चुनौतियों और घटनाक्रमों पर विचार विमर्श किया जाएगा. प्रधानमंत्री यहां जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए हैं.
मोदी जापान, अमेरिका और भारत के बीच पहली बार आयोजित की जा रही त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा रूस, भारत और चीन के बीच दूसरी बार आयोजित की जा रही त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेंगे. यह बैठक शुक्रवार को 12 साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे से मुलाकात करेंगे. उसके बाद दोनों नेता संयुक्त रूप से मोदी के साथ बैठक करेंगे.
ट्रंप, आबे और मोदी के बीच यह बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि चीन दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद में उलझा हुआ है. इसके अलावा वह पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ विवाद में उलझा हुआ है. दोनों ही क्षेत्रों को खनिज, तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों में संपन्न माना जाता है.
रूस, भारत और चीन (आरआईसी) की त्रिपक्षीय बैठक में मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भाग लेंगे. चीन करीब-करीब पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है जबकि वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान इसके जलमार्गों पर अपना दावा करते हैं. इसमें प्रमुख समुद्री मार्ग भी शामिल हैं जिनसे होकर हर साल 3,000 अरब डालर के वैश्विक व्यापारिक परिवहन होता है.
पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार को 13वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स पहुंच गए. इस शिखर सम्मेलन में मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत विश्व के दूसरे नेताओं के साथ आगामी दशक की नई चुनौतियों से निपटने के तौर तरीकों पर चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्यूनस आयर्स पहुंचने के फौरन बाद ट्वीट में कहा, "जी-20 शिखर सम्मेलन में निरंतर विकास को आगे बढ़ाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की उम्मीद है." मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "हजारों किलोमीटर का फासला, फिर भी एकता की भावना से बंधे हैं! अर्जेंटीना में यादगार स्वागत के लिए भारतीय सुमदाय का बहुत आभारी हूं."
विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रवाना होने से पहले कहा था कि मोदी शिखर बैठक से अलग चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल से भी मुलाकात करेंगे. मोदी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरीसिओ मैक्रिया, चिली के राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनरा समेत अन्य लोगों से भी मुलाकात करेंगे.
मोदी ने प्रस्थान करने के समय अपने बयान में कहा, "मैं पारस्परिक हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए शिखर सम्मेलन से इतर नेताओं से मिलने के अवसर के लिए तत्पर हूं." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 20 शिखर सम्मेलन में जन धन योजना, मुद्रा योजना, आयुष्मान भारत और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर भी बोलेंगे.
(इनपुट भाषा से)
मोदी जापान, अमेरिका और भारत के बीच पहली बार आयोजित की जा रही त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा रूस, भारत और चीन के बीच दूसरी बार आयोजित की जा रही त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेंगे. यह बैठक शुक्रवार को 12 साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे से मुलाकात करेंगे. उसके बाद दोनों नेता संयुक्त रूप से मोदी के साथ बैठक करेंगे.
ट्रंप, आबे और मोदी के बीच यह बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि चीन दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद में उलझा हुआ है. इसके अलावा वह पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ विवाद में उलझा हुआ है. दोनों ही क्षेत्रों को खनिज, तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों में संपन्न माना जाता है.
रूस, भारत और चीन (आरआईसी) की त्रिपक्षीय बैठक में मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भाग लेंगे. चीन करीब-करीब पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है जबकि वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान इसके जलमार्गों पर अपना दावा करते हैं. इसमें प्रमुख समुद्री मार्ग भी शामिल हैं जिनसे होकर हर साल 3,000 अरब डालर के वैश्विक व्यापारिक परिवहन होता है.
पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार को 13वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स पहुंच गए. इस शिखर सम्मेलन में मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत विश्व के दूसरे नेताओं के साथ आगामी दशक की नई चुनौतियों से निपटने के तौर तरीकों पर चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्यूनस आयर्स पहुंचने के फौरन बाद ट्वीट में कहा, "जी-20 शिखर सम्मेलन में निरंतर विकास को आगे बढ़ाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की उम्मीद है." मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "हजारों किलोमीटर का फासला, फिर भी एकता की भावना से बंधे हैं! अर्जेंटीना में यादगार स्वागत के लिए भारतीय सुमदाय का बहुत आभारी हूं."
विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रवाना होने से पहले कहा था कि मोदी शिखर बैठक से अलग चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल से भी मुलाकात करेंगे. मोदी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरीसिओ मैक्रिया, चिली के राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनरा समेत अन्य लोगों से भी मुलाकात करेंगे.
मोदी ने प्रस्थान करने के समय अपने बयान में कहा, "मैं पारस्परिक हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए शिखर सम्मेलन से इतर नेताओं से मिलने के अवसर के लिए तत्पर हूं." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 20 शिखर सम्मेलन में जन धन योजना, मुद्रा योजना, आयुष्मान भारत और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर भी बोलेंगे.
(इनपुट भाषा से)
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