पूर्व जापानी प्रधान मंत्री शिंजो आबे को शुक्रवार को एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान सीने में गोली मारी गई जिसके बाद वो बेहोश हो गए. खबरों के मुताबिक, उनके शरीर में किसी तरह की हलचल नहीं दिखाई दे रही था. इस घटना ने एक ऐसे देश को स्तब्ध कर दिया है जहां बंदूक की हिंसा दुर्लभ है.
समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि 67 वर्षीय आबे को पश्चिमी शहर नारा में रविवार को होने वाले ऊपरी सदन के चुनाव के लिए प्रचार करते समय लगभग तीन मीटर (10 फीट) की दूरी से दो बार गोली मारी गई थी. क्योडो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने एक स्थानीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसकी उम्र 40 के आसपास है.
एनएचके द्वारा प्रसारित दो वीडियो में दिखाया गया कि आबे की पीठ की तरफ से बंदूक का धुंआ आ रहा था और कुछ ही समय बाद सड़क पर सुरक्षाकर्मी एक व्यक्ति से निपट रहे थे. क्योडो न्यूज ने स्थानीय अग्निशामकों का हवाला देते हुए कहा कि आबे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और हो सकता है कि उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा हो.
प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा और अन्य कैबिनेट सदस्यों ने चुनाव प्रचार रद्द कर दिया और टोक्यो वापस चले गए. अभी यह साफ नहीं है कि क्या शूटिंग चुनाव के समय को प्रभावित करेगी, जिसे एलडीपी के आसानी से जीतने की उम्मीद थी.
एलडीपी के एक वरिष्ठ सदस्य फुकुशिरो नुकागा ने सत्तारूढ़ पार्टी के मुख्यालय में कहा, "यह एक गंभीर झटके के रूप में है. मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि जापान में भी ऐसा कुछ हो सकता है."
अमेरिकी राजदूत रहम इमानुएल ने कहा कि अमेरिकी लोग उनके और जापान के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. उन्होंने आबे को "जापान का एक उत्कृष्ट नेता और संयुक्त राज्य अमेरिका का अटूट सहयोगी" कहा.
समाचार आने के बाद दोपहर टोक्यो के समयानुसार जापान की मुद्रा 0.4% बढ़कर लगभग 135.50 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रही थी.
जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधान मंत्री रहे आबे ने अगस्त 2020 में एक पुरानी बीमारी के इलाज के सिलसिले में अपना पद छोड़ दिया था. फिर भी, वह राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे और अधिक रक्षा खर्च पर जोर देते रहे. आबे चीन को भी चेतावनी देते रहे कि ताइवान पर किसी तरह का हमला उसकी अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी होगा.
जापान एक ऐसा देश है जहां सख्त बंदूक कानून हैं और गोलीबारी दुर्लभ है. लेकिन राजनीतिक हिंसा अभी भी समय-समय पर होती है. 2007 में, नागासाकी के मेयर इचो इतो की एक संगठित अपराध गिरोह के एक सदस्य द्वारा दो बार गोली मारे जाने के बाद मृत्यु हो गई थी.
आबे जापान की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की अपनी योजनाओं के लिए जाने जाते हैं, जिसे जापान में "एबेनॉमिक्स" कहा जाता था.
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