अमेरिका ने आज कहा है कि उसकी भारत के साथ मजबूत साझेदारी है और इसके लिए वह प्रतिबद्ध है और ''दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ हैं.'' भारत के एलओसी के पार सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ घंटों के भीतर ही संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी एंबेसडर सुसेन राइस ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बातचीत की.
इस संबंध में अमेरिकी प्रेस सेक्रेट्री जॉन अर्नेस्ट ने कहा, ''अमेरिका, भारत के साथ अपनी साझेदारी और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझा प्रयासों को लेकर दृढ़ता से प्रतिबद्ध है.''
उन्होंने सुसेन राइस के हवाले से कहा, ''संयुक्त राष्ट्र ने जिनको आतंकी करार दिया है, अमेरिका उनके खिलाफ जंग में बेहद संजीदगी के साथ भारत के सहयोग का इच्छुक है.'' इसके साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान से अपेक्षा करते हुए कहा, ''संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकियों और क्षेत्रों के खिलाफ संघर्ष में पाकिस्तान प्रभावी कार्रवाई करेगा.''
इसके साथ ही अमेरिका ने यह भी कहा कि वह इस क्षेत्र में सीमापार आतंकवाद से उपजने वाले खतरों को लेकर चिंतित है. इस संबंध में अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ''उरी आतंकी हमले के बाद निश्चित रूप से तनाव में इजाफा हुआ है. अमेरिका लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ संघर्ष और उनके सफाए के लिए प्रतिबद्ध है.''
इसके साथ ही उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संपर्क बढ़ाने पर दिया. जॉन किर्बी ने कहा, ''उस तरह के हमले से तनाव बढ़ता है. हमारा दोनों पक्षों को यही संदेश है, ''उनको संपर्क बढ़ाने के लिए प्रयत्न करना चाहिए और तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचना चाहिए.''
इस संबंध में अमेरिकी प्रेस सेक्रेट्री जॉन अर्नेस्ट ने कहा, ''अमेरिका, भारत के साथ अपनी साझेदारी और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझा प्रयासों को लेकर दृढ़ता से प्रतिबद्ध है.''
उन्होंने सुसेन राइस के हवाले से कहा, ''संयुक्त राष्ट्र ने जिनको आतंकी करार दिया है, अमेरिका उनके खिलाफ जंग में बेहद संजीदगी के साथ भारत के सहयोग का इच्छुक है.'' इसके साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान से अपेक्षा करते हुए कहा, ''संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकियों और क्षेत्रों के खिलाफ संघर्ष में पाकिस्तान प्रभावी कार्रवाई करेगा.''
इसके साथ ही अमेरिका ने यह भी कहा कि वह इस क्षेत्र में सीमापार आतंकवाद से उपजने वाले खतरों को लेकर चिंतित है. इस संबंध में अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ''उरी आतंकी हमले के बाद निश्चित रूप से तनाव में इजाफा हुआ है. अमेरिका लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ संघर्ष और उनके सफाए के लिए प्रतिबद्ध है.''
इसके साथ ही उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संपर्क बढ़ाने पर दिया. जॉन किर्बी ने कहा, ''उस तरह के हमले से तनाव बढ़ता है. हमारा दोनों पक्षों को यही संदेश है, ''उनको संपर्क बढ़ाने के लिए प्रयत्न करना चाहिए और तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचना चाहिए.''
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