वैश्विक आतंकवाद वित्तपोषण निगरानी संस्था FATF ने शुक्रवार को पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची' में ही रखे रहने का फैसला किया और उसे चेतावनी दी कि अगर वह लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को धन देना बंद नहीं करता तो उसके कड़ी कार्रवाई का सामना करना होगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी. पेरिस में FATF के पूर्ण सत्र में यह फैसला किया गया. एक सूत्र ने बताया कि FATF ने पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची' में ही रखने का फैसला किया. FATF ने पाकिस्तान को यह चेतावनी भी दी कि अगर वह जून महीने तक पूरी कार्य योजना नहीं बनाता तो उसके कामकाज पर असर पड़ सकता है.
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साथ ही एफएटीएफ ने पाकिस्तान से मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक वित्तपोषण के दोषियों को कठघरे में लाने के लिए कानूनों को और कसने की मांग की है. FATF ने इस बात की समीक्षा की कि पाकिस्तान ने आतंक वित्तपोषण और धनशोधन पर लगाम के लिए उसे सौंपी गई 27 सूत्रीय कार्ययोजना पर किस हद तक अमल किया है.
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सूत्रों के मुताबिक, बैठक को बताया गया कि 27 सूत्रीय कार्ययोजना में से पाकिस्तान ने 14 पर पूरी तरह से अमल कर लिया है, 11 पर आंशिक रूप से अमल किया है जबकि दो बिंदु ऐसे हैं कि उन्हें लागू कर पाना संभव नहीं है.
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