इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति फारूक एच नाइक ने कहा है कि 26 नवम्बर के उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हमले के बाद देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए कुछ कड़े कदम उठाने की जरूरत है। 'एसोसिएट प्रेस ऑफ पाकिस्तान' के अनुसार, पाकिस्तान की विदेश नीति पर चर्चा के लिए विभिन्न देशों की राजधानियों में तैनात राजनयिकों एवं उच्चायुक्तों की बैठक में नाइक ने कहा कि मौजूदा हालात की चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ हमें राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाने होंगे। ऐवान-ए-सद्र (राष्ट्रपति भवन) में आयोजित राजनयिकों एवं उच्चायुक्तों की बैठक में नाइक ने कहा कि अमेरिका के साथ पाकिस्तान का सम्बंध उसकी विदेश नीति का एक अहम हिस्सा है। लेकिन नाटो हमले के बाद राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए विदेश नीति पर दोबारा विचार करने की जरूरत है।