ट्रेड यूनियनों ने सोमवार को यूरोपीय आयोग से बाहरी (outdoor) कामगारों के लिए अधिकतम तापमान सीमा लागू करने का आह्वान किया है. दरअसल पिछले सप्ताह भीषण गर्मी के दौरान मैड्रिड में शिफ्ट के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी. पोलिंग एजेंसी यूरोफाउंड के शोध के अनुसार, पूरे यूरोपीय संघ के सभी श्रमिकों में से 23 प्रतिशत एक चौथाई समय उच्च तापमान के संपर्क में रहते हैं. यह आंकड़ा कृषि और उद्योग में 36 प्रतिशत और निर्माण श्रमिकों के लिए 38 प्रतिशत है. पिछले शोध में उच्च तापमान को कार्यस्थल इंजरी (workplace injury) के एक उच्च जोखिम से जोड़ा गया था.
यूरोपीय ट्रेड यूनियन कन्फेडरेशन के उप महासचिव क्लेस-मिकेल स्टाल ने कहा, "श्रमिक को अत्यधिक तापमान से बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा की आवश्यकता है." ETUC ने कहा कि अधिकांश यूरोपीय संघ के देशों में कार्यस्थलों के लिए कोई अधिकतम तापमान कानून नहीं है. हालांकि बेल्जियम, हंगरी और लातविया में कुछ प्रतिबंध हैं. संघ ने कहा कि फ्रांस में, जहां वर्तमान में काम करने के तापमान की कोई सीमा नहीं है, अकेले 2020 में गर्मी के संपर्क में आने से 12 श्रमिकों की मृत्यु हो गई.
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वहीं स्पेन में केवल कुछ व्यवसायों के लिए तापमान की सीमाएं हैं. यहां पिछले हफ्ते भीषण गर्मी में तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी. एक महीने के अनुबंध पर काम कर रहे एक 60 वर्षीय स्ट्रीट क्लीनर की शनिवार को मैड्रिड में मौत हो गई थी. वह काम करने के दौरान हीटस्ट्रोक से सड़क पर गिर गया था. उस समय मैड्रिड में तापमान 40C के करीब था. इसी तरह से मैड्रिड उपनगर में एक 56 वर्षीय गोदाम कर्मचारी की भी शनिवार को नौकरी के दौरान हीटस्ट्रोक के कारण मौत हो गई थी.
वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदूषण के उच्च स्तर के साथ ग्लोबल हीटिंग बढ़ रही है, जिससे घातक हीटवेव तीव्र बनती जा रही हैं.
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