श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद अब नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रकिया शुरू हो गई है. 20 जुलाई को इसके लिए संसद में मतदान होगा. शनिवार को हुई बैठक में स्पीकर ने गोटाबाया के इस्तीफे की औपचारिक सूचना दी, साथ ही नए राष्ट्रपति के चुनाव के बारे में जानकारी दी. 19 जुलाई तक उम्मीदवार अपना नामांकन करा सकेंगे.
प्रधानमंत्री से कार्यवाहक राष्ट्रपति बने रॉनिल विक्रमसिंधे की पूरी कोशिश इस सर्वोच्च पद के लिए चुने जाने की है. वहीं विपक्ष की तरफ से साजित प्रेमदासा की उम्मीदवारी का ऐलान किया गया है. साजित ने ट्वीट कर कहा कि, इस चुनाव में गोटाबाला-रानिल को बहुमत है, ये बहुत मुश्किल संघर्ष है, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि सच्चाई की जीत होगी.
बता दें कि 225 सांसदों वाली संसद में राजपक्षे की पार्टी के 145 सांसद हैं. वहीं करीब 7 अन्य सांसदों का भी साथ इस पार्टी को है. जबकि राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए महज 113 वोट चाहिए.
अपनी पार्टी के इकलौते सांसद रॉनिल विक्रमसिंधे राजपक्षे की पार्टी के समर्थन से ही प्रधानमंत्री बने थे और अब वो उसी समर्थन से राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे हैं और उनका ये चुनाव जीतना लगभग तय है.
इधर राजपक्षे परिवार और रॉनिल विक्रमसिंधे के बीच की इस डील को तोड़ने के लिए प्रदर्शनकारी अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं. उनका कहना है कि रॉनिल विक्रमसिंधे राष्ट्रपति बने तो ये आंदोलन खत्म नहीं होगा, क्योंकि देश के लोगों के मन में उनकी कोई जगह नहीं है.
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