- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि रूस, चीन, पाकिस्तान और नॉर्थ कोरिया छिपकर न्यूक्लियर टेस्ट कर रहे हैं
- व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के कदमों का विश्लेषण कर न्यूक्लियर परीक्षण फिर से शुरू करने का प्रस्ताव मांगा है
- नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन पुंग्ये-री में जल्द ही परमाणु परीक्षण कर सकते हैं, दक्षिण कोरिया का यह दावा है
क्या अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया में न्यूक्लियर टेस्ट की रेस शुरू कर दी है? दरअसल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पिछले सप्ताह यह बयान दिया था कि रूस, चीन, पाकिस्तान और नॉर्थ कोरिया जैसे देश सबसे छिपाकर न्यूक्लियर टेस्ट कर रहे हैं और अमेरिका भी पीछे नहीं रहेगा, वो भी न्यूक्लियर टेस्ट करेगा. इतना ही नहीं अमेरिका ने न्यूक्लियर बम बरसाने में सक्षम मिनटमैन III इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) भी टेस्ट कर लिया है. अब इन बयानों और कार्रवाइयों के जवाब में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने न्यूक्लियर टेस्ट की फिर से संभावित बहाली के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दिया है. दूसरी तरफ नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन भी न्यूक्लियर टेस्ट कर सकते हैं. दक्षिण कोरिया की डिफेंस इंटेलीजेंस एजेंसी की तरफ से यह दावा किया गया है.
पुतिन ने मांगा प्लान, किम जोंग भी तैयार
अपनी सुरक्षा परिषद के साथ एक बैठक में बोलते हुए, व्लादिमीर पुतिन ने अपने पहले के बयान की पुष्टि की कि मॉस्को केवल तभी न्यूक्लियर टेस्ट फिर से शुरू करेगा जब अमेरिका पहले ऐसा करेगा. लेकिन उन्होंने रक्षा और विदेश मंत्रालयों और अन्य सरकारी एजेंसियों को वाशिंगटन के इरादों का विश्लेषण करने और परमाणु हथियारों के टेस्ट को फिर से शुरू करने के प्रस्तावों पर काम करने का निर्देश दिया.
वहीं न्यूज एजेंसी योनहाप के अनुसार किम जोंग उन पुंग्ये-री में नंबर 3 सुरंग का प्रयोग करके परमाणु परीक्षण करने का फैसला ले सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो बहुत कम समय में इसे अंजाम दिया जा सकता है. एजेंसी ने यह भी कहा कि नॉर्थ कोरिया रूस की तकनीकी मदद से अतिरिक्त सर्विलांस सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है ताकि मौजूदा सैटेलाइट्स की तुलना में हाई रेजोल्यूशन वाले सर्विलांस सैटेलाइट को सुरक्षित किया जा सके.
ट्रंप ने छेड़ी रेस
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि रूस, चीन और पाकिस्तान सहित कई देश छिपाकर अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट कर रहे हैं और अब अमेरिका भी ठीक ऐसा ही करेगा. रविवार, 2 नवंबर को जारी एक इंटरव्यू में ट्रंप ने CBS के एक प्रोग्राम में कहा, "रूस टेस्ट कर रहा है, और चीन टेस्ट कर रहा है, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते हैं." उन्होंने कहा, ''मैं एकमात्र ऐसा देश नहीं बनना चाहता जो टेस्ट नहीं करता है.'' उन्होंने न्यूक्लियर टेस्ट करने वाले देशों की लिस्ट में नॉर्थ कोरिया और पाकिस्तान को भी शामिल किया है.
गौरतलब है कि अगर ट्रंप ने न्यूक्लियर ब्लास्ट टेस्ट करने का आदेश दिया है तो इसका मतलब होगा कि 1992 के बाद अमेरिका पहली बार न्यूक्लियर विस्फोट करेगा.
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