हांगकांग में दमन के लिए चीन को ज़िम्मेदार ठहराते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक कानून और एक्ज़ेक्यूटिव आर्डर (कार्यकारी आदेश) पर दस्तखत किए. एक ओर एक्ज़ेक्यूटिव आर्डर के ज़रिए अमेरिका ने हांगकांग को व्यापार में तरज़ीह देने वाली व्यवस्था ख़त्म की. वहीं, कानून जारिये हांगकांग में दमन करने वालों पर प्रतिबंध लगाना सुनिश्चित किया है. अब हांगकांग को अमेरिका मेन लैंड चाइना की तरह ही ट्रीट करेगा. हाल ही में चीन ने हांगकांग में कड़ा सुरक्षा कानून लगाया, जिसके बाद अमेरिका की ओर से यह कदम उठाया गया है.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, ट्रंप ने कहा, "हांग कांग को अब मेन लैंड चाइना की तरह ट्रीट किया जाएगा. कोई विशेष लाभ नहीं, कोई विशेष आर्थिक सुविधा नहीं और किसी तरह की संवेदनशील प्रौद्योगिकी का निर्यात भी नहीं." अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “हांगकांग की स्वतंत्रता छीन ली गई है और उसके अधिकार छीन लिए गए हैं. मेरे हिसाब से इस फैसले के बाद हांगकांग मुक्त बाजार में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएगा. बहुत से लोग हांगकांग छोड़ देंगे.
ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने हांगकांग स्वायत्तता कानून पर भी हस्ताक्षर किए थे, जो कि इस महीने की शुरुआत में संसद में पारित हो गया. यह अमेरिकी कानून हांगकांग की स्वायत्तता का उल्लंघन करने वाले चीन के अधिकारियों और हांगकांग पुलिस पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता था. यही नहीं इनके साथ लेनदेन करने वाले बैंकों पर भी प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता है.
ट्रम्प ने कहा, "यह कानून अमेरिकी सरकार को हांगकांग की आजादी को खत्म करने में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं को जिम्मेदार ठहराने के लिए एक शक्तिशाली नया हथियार देता है."
(एएफपी के इनपुट के साथ)
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