पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचा शुल्क रखने के लिए भारत की आलोचना की. उन्होंने कहा कि भारत मुझे खुश करने के लिए अमेरिका के साथ व्यापार करार करना चाहता है. ट्रंप ने कुछ दिनों में दूसरी बार भारत पर कथित रूप से ऊंचे शुल्क रखने का आरोप लगाया है. उन्होंने मैक्सिको और कनाडा के साथ नए व्यापार करार की घोषणा के लिए व्हाइट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप लगाया.
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मैक्सिको और कनाडा के साथ करार की घोषणा के बाद ट्रंप ने उन व्यापार करारों के बारे में बताया जिन पर वार्ता चल रही है. इनमें जापान, यूरोपीय संघ, चीन और भारत शामिल हैं. ट्रंप ने भारत को 'शुल्कों का राजा' करार दिया. उन्होंने अपने इस आरोप को दोहराया कि भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचा शुल्क लगाया हुआ है.
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ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर इसी तरह के शुल्क लगाने की चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीयों ने उनसे कहा कि वे अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करना चाहते हैं. यह वार्ता अमेरिकी व्यापार प्रतिनिध रॉबर्ट लाइटाइजर आगे बढ़ा रहे हैं. ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि जब अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीयों से पूछा कि वे अमेरिका के साथ व्यापार करार क्यों करना चाहते हैं, तो भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति को खुश करने के लिए ऐसा चाहते हैं.
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इससे पहले शनिवार को ट्रंप ने कहा था कि भारत चाहता है कि अमेरिका उसके उत्पादों पर ऊंचा शुल्क नहीं लगाए इस वजह से वह हमारे साथ व्यापार करार करना चाहता है. बता दें कि ट्रंप अक्सर भारत पर अमेरिका उत्पादों पर 100 प्रतिशत तक का शुल्क लगाने का आरोप लगाते रहे हैं. ट्रंप ने कहा, 'हमारे पास एक देश है, भारत को ले लीजिए. हमारे उनसे अच्छे संबंध हैं. वह अब हमारे साथ समझौता चाहते हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि मैं जो कर रहा हूं वैसा करूं. इसलिये वे (भारत) हमें बुलाते हैं. वे किसी और से साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं.'
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ट्रंप ने सितंबर में कहा था, 'भारत को लीजिए. आप मुक्त व्यापार की बात करते हैं. तो हम कहना चाहते हैं कि वे (हमारे) किसी उत्पाद पर 60 प्रतिशत का शुल्क लगाते हैं और वही उत्पाद जब वे (अमेरिका में) भेजते हैं तो हम उस पर कुछ भी शुल्क नहीं लगाते हैं. इसलिए अब मैं उन पर 25 या 20 या 10 प्रतिशत यह इसी तरह का शुल्क लगाना चाहता हूं.'
(इनपुट: भाषा)
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मैक्सिको और कनाडा के साथ करार की घोषणा के बाद ट्रंप ने उन व्यापार करारों के बारे में बताया जिन पर वार्ता चल रही है. इनमें जापान, यूरोपीय संघ, चीन और भारत शामिल हैं. ट्रंप ने भारत को 'शुल्कों का राजा' करार दिया. उन्होंने अपने इस आरोप को दोहराया कि भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचा शुल्क लगाया हुआ है.
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ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर इसी तरह के शुल्क लगाने की चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीयों ने उनसे कहा कि वे अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करना चाहते हैं. यह वार्ता अमेरिकी व्यापार प्रतिनिध रॉबर्ट लाइटाइजर आगे बढ़ा रहे हैं. ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि जब अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीयों से पूछा कि वे अमेरिका के साथ व्यापार करार क्यों करना चाहते हैं, तो भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति को खुश करने के लिए ऐसा चाहते हैं.
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इससे पहले शनिवार को ट्रंप ने कहा था कि भारत चाहता है कि अमेरिका उसके उत्पादों पर ऊंचा शुल्क नहीं लगाए इस वजह से वह हमारे साथ व्यापार करार करना चाहता है. बता दें कि ट्रंप अक्सर भारत पर अमेरिका उत्पादों पर 100 प्रतिशत तक का शुल्क लगाने का आरोप लगाते रहे हैं. ट्रंप ने कहा, 'हमारे पास एक देश है, भारत को ले लीजिए. हमारे उनसे अच्छे संबंध हैं. वह अब हमारे साथ समझौता चाहते हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि मैं जो कर रहा हूं वैसा करूं. इसलिये वे (भारत) हमें बुलाते हैं. वे किसी और से साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं.'
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ट्रंप ने सितंबर में कहा था, 'भारत को लीजिए. आप मुक्त व्यापार की बात करते हैं. तो हम कहना चाहते हैं कि वे (हमारे) किसी उत्पाद पर 60 प्रतिशत का शुल्क लगाते हैं और वही उत्पाद जब वे (अमेरिका में) भेजते हैं तो हम उस पर कुछ भी शुल्क नहीं लगाते हैं. इसलिए अब मैं उन पर 25 या 20 या 10 प्रतिशत यह इसी तरह का शुल्क लगाना चाहता हूं.'
(इनपुट: भाषा)
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