डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:
अमेरिका के दो शीर्ष खुफिया अधिकारियों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस आरोप को खारिज कर दिया कि पिछले साल चुनाव के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के आदेश पर न्यूयॉर्क स्थित ट्रंप टावर में फोन टैपिंग कराई गई थी.
एफबीआई प्रमुख जेम्स कोमे और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के निदेशक एडमिरल माइकल रोजर्स ने कहा कि ट्रंप के इस दावे को लेकर कोई सबूत नहीं है.
प्रतिनिधि सभा की खुफिया मामले की स्थायी प्रवर समिति के समक्ष कोमे ने कहा, ''पहले के प्रशासन के आदेश पर टैपिंग कराए जाने के राष्ट्रपति के ट्वीट के संदर्भ में मेरे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है जिससे उनके ट्वीट सच साबित होते हों. हमने एफबीआई के भीतर ध्यान से इसे देखा है.'' एनएसए निदेशक रोजर्स ने भी इसी का समर्थन किया और कहा कि ट्रंप के आरोप के पक्ष में कोई सबूत उपलब्ध नहीं है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एफबीआई प्रमुख जेम्स कोमे और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के निदेशक एडमिरल माइकल रोजर्स ने कहा कि ट्रंप के इस दावे को लेकर कोई सबूत नहीं है.
प्रतिनिधि सभा की खुफिया मामले की स्थायी प्रवर समिति के समक्ष कोमे ने कहा, ''पहले के प्रशासन के आदेश पर टैपिंग कराए जाने के राष्ट्रपति के ट्वीट के संदर्भ में मेरे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है जिससे उनके ट्वीट सच साबित होते हों. हमने एफबीआई के भीतर ध्यान से इसे देखा है.'' एनएसए निदेशक रोजर्स ने भी इसी का समर्थन किया और कहा कि ट्रंप के आरोप के पक्ष में कोई सबूत उपलब्ध नहीं है.
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