
- डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से व्हाइट हाउस में दो घंटे से अधिक बातचीत की.
- ट्रंप ने युद्ध खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा कि मॉस्को और कीव को अब रुक जाना चाहिए.
- ट्रंप ने नोबेल पुरस्कार न मिलने का दर्द जताते हुए युद्ध रोकने में अपनी भूमिका का दावा किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से व्हाइट हाउस में मुलाकात की. दोनों के बीच दो घंटे से ज्यादा की बातचीत हुई. इस दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की से युद्ध को खत्म करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि मॉस्को और कीव को अब रुक जाना चाहिए. जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने एक बार फिर से दोहराया कि भारत रूस से अब तेल नहीं खरीदेगा जबकि भारत इस बात का खंडन कर चुका है. वहीं ट्रंप ने ये भी कहा कि हंगरी को भी मजबूरी में रूस से तेल खरीदना पड़ रहा है. क्यों कि वह समुद्र से घिरा देश नहीं है और उसके पास एक मात्र पाइपलाइ कनेक्शन है.
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रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौता संभव
जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच शांति कायम होने संभव है. लेकिन दोनों देशों के बीच में गहरा मनमुटाव है. पुतिन और जेलेंस्ककी एक दूसरे को पसंद नहीं करते. ये बात वह दोनों नेताओं के सामने भी कहते हैं. दोनों के बीच के मतभेद ही शांति समझौते के बीच बाधा बन रहे हैं. लेकिन उनको यकीन है कि इसका समाधान निकल आएगा.
#UPDATE US President Donald Trump suggested Friday it would be premature to give Tomahawk missiles to Ukraine, saying as he hosted Volodymyr Zelensky that he hoped to secure peace with Russia first.https://t.co/5f2u1a6fwZ pic.twitter.com/MajjsNQoOz
— AFP News Agency (@AFP) October 17, 2025
पुतिन भी समझौते के पक्ष में हैं
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि रूस-यक्रेन के बीच का शांति समझौता लंबा टिकने वाला और स्थाई होना चाहिए. इसके लिए ट्रंप ने मिडिल ईस्ट का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि मिडिल ईस्ट के हालात बहुत जटिल थे. वहां पर 59 देश को, जिनमें से कई को यह नामुमकिन लगता था. लेकिन मामला सुलझ गया. उनको इस बात का यकीन है कि रूस-यूक्रेन युद्ध सुलझ जाएगा. ट्रंप ने कहा कि उनको लगता है कि पुतिन भी समझौते के पक्ष में हैं.
फिर छलका ट्रंप का नोबेल न मिलने का दर्द
जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान ट्रंप का नोबेल न मिलने का दर्द फिर छलक उठा. उन्होंने कहा कि उन्होंने दुनिया में 8 युद्ध रुकवाए हैं. जब वह कोई युद्ध रुकवाते हैं तो लोग कहते हैं कि अगला नोबेल तुमको ही मिलेगा. लेकिन मुझे नोबेल नहीं मिला. किसी और को मिल गया. ट्रंप ने दावा किया कि युद्ध रोककर वह लाखों जिंदगियां बचा चुके हैं. जरूरत पड़ने पर वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच की टेंशन को भी सुलझाएंगे.
बहुत खून बह गया, रूस-यूक्रेन अब थम जाएं
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि खून काफी बहाया जा चुका है. युद्ध और हिम्मत से संपत्ति की सीमाएं तय हो रही हैं. वे जहां हैं, अब उनको वहीं रुक जाना चाहिए. दोनों को जीत का दावा करने दें और इतिहास को फैसला करने दें. ट्रंप ने ये भी संकेत दिया है कि यूक्रेन से छीनी गई जमीन रूस अपने पास ही रखे.
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