लंदन:
दिल्ली की सामूहिक बलात्कार पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए लंदन में सैकड़ों लोगों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया।
हाथों में तख्तियां पकड़े ये लोग पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन का आयोजन लंदन के मूलनिवासी अल्पसंख्यक महिला अधिकार समूह ‘साउथहाल ब्लैक सिस्टर्स’ ने किया था। प्रदर्शन में विभिन्न पृष्ठभूमि के पुरुष और महिलाएं शामिल थीं।
गौरतलब है कि नई दिल्ली में गत 16 दिसंबर की रात चलती बस में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा से सामूहिक बलात्कार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। 29 दिसंबर को लड़की की सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई थी।
प्रदर्शन में ब्रिटिश एशियाई फिल्म निर्माता गुरिन्दर चड्डा तथा उनके लेखक पति पॉल मायेदा बेर्जेस भी थे। गुरिन्दर ने कहा, मैं इसलिए यहां आई हूं, क्योंकि इस अपराध ने मुझे गहरे तक हिला दिया है। भारत कई मायनों में बहुत ही अच्छा देश है, जहां आम जनता अन्याय के खिलाफ पूरी ताकत से आवाज उठाती है, लेकिन जब तक सरकार उनकी उम्मीदें पूरी नहीं करती तब तक लड़ाई पूरी नहीं होगी। मध्य लंदन में इंडिया हाउस के आसपास यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने और भीड़ को अनियंत्रित होने से रोकने के लिए पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
प्रदर्शनकारी ‘वी वान्ट जस्टिस’ और ‘हल्ला बोल’ जैसे नारे लगा रहे थे। तख्तियों पर लिखा था कि भारत सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे। तीन घंटे तक चला यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था।
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के छात्रों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इनमें से 21 वर्षीय एक छात्र ने कहा, इस घटना को लेकर एकजुटता दिखाना महत्वपूर्ण है। बलात्कार विश्वव्यापी समस्या है और स्तब्ध कर देने वाली यह घटना बताती है कि कम से कम अब तो ठोस कदम उठा ही लेना चाहिए। एलएसई जेन्डर संस्थान लिंग आधारित हिंसा के मुद्दे पर लंदन में होने वाली एक बैठक का समर्थन कर रहा है। बैठक का आयोजन 23 जनवरी को उसके ही परिसर में विभिन्न महिला संगठन कर रहे हैं।
‘साउथहाल ब्लैक सिस्टर्स’ की राहिला गुप्ता ने कहा, भारत महाशक्ति बनना चाहता है, लेकिन उसकी महत्वाकांक्षा पर ऐसी घटनाएं असर डाल सकती हैं। हम चाहते हैं कि हमेशा महिलाओं पर टूटने वाले इस कहर को रोका जाए। भारत के पास बलात्कार संबंधी कानून है और सबसे बड़ी जरूरत इसके कारगर तरीके से कार्यान्वयन की है। ब्रिटेन के विभिन्न संगठनों.. ‘एंड वायलेन्स अगेन्स्ट वूमन नेशनल कोएलिशन’, ‘न्यूहैम एशियन वूमन्स प्रोजेक्ट’ और ‘साउथ एशिया सॉलिडेरिटी’ आदि ने ‘साउथहाल ब्लैक सिस्टर्स’ की इस पहल का समर्थन किया है। ‘साउथ एशिया सॉलिडेरिटी’ ने यहां गणतंत्र दिवस पर भी प्रदर्शन की योजना बनाई है।
पीड़ित की 29 दिसंबर को सिंगापुर में मौत की खबर आने के बाद से विभिन्न दक्षिण एशियाई समूहों द्वारा शोकसभाओं तथा मोमबत्ती जुलूस का आयोजन जारी है।
हाथों में तख्तियां पकड़े ये लोग पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन का आयोजन लंदन के मूलनिवासी अल्पसंख्यक महिला अधिकार समूह ‘साउथहाल ब्लैक सिस्टर्स’ ने किया था। प्रदर्शन में विभिन्न पृष्ठभूमि के पुरुष और महिलाएं शामिल थीं।
गौरतलब है कि नई दिल्ली में गत 16 दिसंबर की रात चलती बस में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा से सामूहिक बलात्कार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। 29 दिसंबर को लड़की की सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई थी।
प्रदर्शन में ब्रिटिश एशियाई फिल्म निर्माता गुरिन्दर चड्डा तथा उनके लेखक पति पॉल मायेदा बेर्जेस भी थे। गुरिन्दर ने कहा, मैं इसलिए यहां आई हूं, क्योंकि इस अपराध ने मुझे गहरे तक हिला दिया है। भारत कई मायनों में बहुत ही अच्छा देश है, जहां आम जनता अन्याय के खिलाफ पूरी ताकत से आवाज उठाती है, लेकिन जब तक सरकार उनकी उम्मीदें पूरी नहीं करती तब तक लड़ाई पूरी नहीं होगी। मध्य लंदन में इंडिया हाउस के आसपास यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने और भीड़ को अनियंत्रित होने से रोकने के लिए पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
प्रदर्शनकारी ‘वी वान्ट जस्टिस’ और ‘हल्ला बोल’ जैसे नारे लगा रहे थे। तख्तियों पर लिखा था कि भारत सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे। तीन घंटे तक चला यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था।
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के छात्रों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इनमें से 21 वर्षीय एक छात्र ने कहा, इस घटना को लेकर एकजुटता दिखाना महत्वपूर्ण है। बलात्कार विश्वव्यापी समस्या है और स्तब्ध कर देने वाली यह घटना बताती है कि कम से कम अब तो ठोस कदम उठा ही लेना चाहिए। एलएसई जेन्डर संस्थान लिंग आधारित हिंसा के मुद्दे पर लंदन में होने वाली एक बैठक का समर्थन कर रहा है। बैठक का आयोजन 23 जनवरी को उसके ही परिसर में विभिन्न महिला संगठन कर रहे हैं।
‘साउथहाल ब्लैक सिस्टर्स’ की राहिला गुप्ता ने कहा, भारत महाशक्ति बनना चाहता है, लेकिन उसकी महत्वाकांक्षा पर ऐसी घटनाएं असर डाल सकती हैं। हम चाहते हैं कि हमेशा महिलाओं पर टूटने वाले इस कहर को रोका जाए। भारत के पास बलात्कार संबंधी कानून है और सबसे बड़ी जरूरत इसके कारगर तरीके से कार्यान्वयन की है। ब्रिटेन के विभिन्न संगठनों.. ‘एंड वायलेन्स अगेन्स्ट वूमन नेशनल कोएलिशन’, ‘न्यूहैम एशियन वूमन्स प्रोजेक्ट’ और ‘साउथ एशिया सॉलिडेरिटी’ आदि ने ‘साउथहाल ब्लैक सिस्टर्स’ की इस पहल का समर्थन किया है। ‘साउथ एशिया सॉलिडेरिटी’ ने यहां गणतंत्र दिवस पर भी प्रदर्शन की योजना बनाई है।
पीड़ित की 29 दिसंबर को सिंगापुर में मौत की खबर आने के बाद से विभिन्न दक्षिण एशियाई समूहों द्वारा शोकसभाओं तथा मोमबत्ती जुलूस का आयोजन जारी है।
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