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This Article is From Apr 26, 2015

फिर आए भूकंप से थर्राया उत्तर भारत, मरने वालों की संख्या 60 के पार पहुंची

फिर आए भूकंप से थर्राया उत्तर भारत, मरने वालों की संख्या 60 के पार पहुंची
नई दिल्ली: दिल्ली सहित भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में रविवार को एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए, जबकि शनिवार को आए भूकंप से देश में मरने वालों की संख्या 62 तक पहुंच गई है।

नेपाल में रविवार को आए 6.7 की तीव्रता वाले भूकंप के झटके दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, झारखंड, ओड़िशा, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, और दिल्ली में भी 30 सेकेंड से ज्यादा समय तक महसूस किए गए। कई शहरों में लोगों को भय के कारण सुरक्षित स्थानों की तरफ भागते देखे जाने की खबरें हैं।

भूकंप से देश में मारे जाने वाले लोगों के परिजनों को सरकार ने छह लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक कर देश में और नेपाल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की और निर्देश दिया कि एजेंसियों के बीच निकट समन्वय बनाकर इन्हें और तेज किया जाए।

विदेश सचिव एस. जयशंकर और शीर्ष अधिकारियों के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में गृह सचिव एल. सी. गोयल ने कहा कि भारत में मरने वालों की संख्या 62 हो गई है और घायल लोगों की संख्या 259 है। कल 51 लोगों के मरने की खबर थी।

गोयल ने कहा कि बिहार में मरने वालों की संख्या 46 है, जबकि उत्तर प्रदेश में 13, पश्चिम बंगाल में दो और राजस्थान में एक व्यक्ति की मौत हुई है। रविवार को आए भूकंप से मरने वालों में राजस्थान की एक नाबालिग लड़की भी शामिल है। भरतपुर जिले के रोनिजा गांव में एक झोपड़ी गिर जाने से एक बच्ची की मौत हो गई।

हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में मरने वालों की संख्या 50 बताई है। पटना में मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नेपाल में शनिवार को 7.9 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद बिहार में पिछले 24 घंटे में भूकंप के कम से कम आठ झटके महसूस किए गए। नेपाल में दो हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।

पटना मौसम विभाग के निदेशक ए. के. सेन ने बताया कि नेपाल में शनिवार को आए भूकंप के बाद नेपाल में अब तक 38 झटके आए हैं। आठ झटके बिहार में महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.5 और 6.9 थी। बिहार में रविवार को आए भूकंप के बाद दीवार गिरने की घटना से और लोगों के मरने की खबर हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एहतियात के तौर पर राज्य में शनिवार से दो दिनों के लिए सभी स्कूलों को बंद करने की घोषणा कर दी है।

वहीं उत्तर प्रदेश में मरने वालों की संख्या 13 हो गई है। कुशीनगर में एक और जख्मी व्यक्ति की मौत हो गई, जो राज्य के बुरी तरह प्रभावित जिलों में शामिल है।

दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि देश के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के कारण जिन लोगों की मौत हुई उनके परिजनों को राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

साथ ही बयान में यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के दिशा-निर्देशों में संशोधन करने और राष्ट्रीय आपदा की स्थिति में मुआवजा राशि को डेढ़ लाख रुपये से बढ़ाकर चार लाख रुपये करने के निर्देश दिए थे, जिसके परिप्रेक्ष्य में ऐसा किया जा रहा है। यह राशि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा के अतिरिक्त राशि है।

राहत एवं बचाव अभियानों की समीक्षा के लिए मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद पीएमओ का बयान आया है। बैठक में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह और मनोहर पार्रिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कैबिनेट सचिव अजीत सेठ, अतिरिक्त प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा और विभिन्न मंत्रालयों, आईएमडी और एनडीआरएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की।

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