संयुक्त राष्ट्र (UN) के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) को दुनिया के लिए एक चेतावनी (wake-up call) के रूप में लिया जाना चाहिए और इसके पीछे का संदेश है कि संकट के समय हमें अधिक एकजुट होना चाहिए. यूएन महासचिव ने कहा कि कोविड-19 हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौती है और इसने दुनिया के सामने (Fragility) इस आपदा के खिलाफ खास ऐहतियात बरतने के महत्व को बताया क्योंकि राष्ट्रों ने महानमारी से निपटने के लिए अपना रास्ता बनाया.
गुटेरेस ने कहा कि यह संकट बेहतर दुनिया के पुनर्निर्माण के अवसर की तरह भी है, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि क्या देश इसके लिए तैयार हैं? संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक बैठक की शुरुआत में कहा कि हाल के दशकों में महान वैज्ञानिक और तकनीकी दक्षता के बावजूद एक वायरस ने हमें 'घुटनों पर' ला दिया है. उन्होंने कहा कि महामारी ने न केवल स्वास्थ्य प्रणाली बल्कि जलवायु संकट, साइबर सुरक्षा और परमाणु निरस्त्रीकरण से संबंधित संकटों को भी उजागर किया है.
उन्होंने कहा कि "COVID-19 को एक चेतावनी के तौर पर लेना चाहिए, यह बेवजह के अक्खड़पन को खत्म करने का समय है. हमने COVID-19 के प्रति अपनी प्रतिक्रिया में कुछ एकजुटता दिखाई है, लेकिन यह बहुत कम है." उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों ने अलग-अलग और कभी-कभी विरोधाभासी रणनीतियों का पालन किया है और हम सभी इसकी भारी कीमत चुका रहे हैं." संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यह भी कहा कि कई देशों ने WHO की सिफारिशों की अनदेखी की है और इसके परिणामस्वरूप, वायरस दुनिया भर में फैल गया है. उन्होंने कहा कि COVID-19 अब दक्षिणी गोलार्ध में फैल रहा था जहां इसका प्रभाव "और भी विनाशकारी" हो सकता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं