कोरोनावायरस महामारी फैलने के बाद से दुनिया में इस बीमारी से अब तक 7 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और मृतकों की संख्या 34 हजार से अधिक है. अमेरिका में इस बीमारी के मरीजों की संख्या डेढ़ लाख के करीब पहुंच रही है और मरने वालों का आंकड़ा भी 3 हजार के आसपास है. इटली में इस रोग के मामले भी एक लाख के करीब हैं और यहां 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 81,470 मामले सामने आए और 3,304 मरीजों की मौत हो गई. इस बीमारी ने सुपर पावर अमेरिका की स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बिगाड़ दी है. वहां के नागरिकों ने शायद ही कभी सोचा हो कि ऐसे हालात का कभी सामना करना पड़ेगा, विश्वयुद्ध के समय में भी नहीं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज सुबह ही कहा है कि हो सकता है मृतकों का आंकड़ा और बढ़ जाए. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया एक ऐसी जांच विकसित कर ली गई है जो 5 मिनट में रिजल्ट दे देगी. वहीं इन दावों से इतर अगर हम वहां के जमीनी हालात पर नजर डालें तो स्थिति काफी भयावाह है.
10 बड़ी बातें
- चिकित्सा पेशेवरों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में हजारों रोगियों को तत्काल देखभाल की जरूरत पड़ेगी, जिसके मद्देनजर फुटलॉल के मैदानों, सम्मेलन केन्द्रों और घुड़दौड़ के मैदानों को अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है.
- ट्रंप प्रशासन ने इस खतरनाक स्थिति से निपटने के लिए अपने सभी संसाधन झोंक दिए हैं. प्रशासन ने बढ़ते मरीजों के इलाज के लिए सेवानिवृत चिकित्सकों से मदद मांगी है.
- सेना की इंजीनियर कोर पूरे देश में युद्धस्तर पर अस्थायी अस्पताल बनाने में जुटी है. बेहतरीन स्वास्थ्य केन्द्र सेवाओं का केन्द्र न्यूयॉर्क गहरे संकट में फंसा हुआ है.
- स्वास्थ्य अधिकारियों को डर है कि जंगल में आग की तरह फैल रहे कोरोना वायरस से पूरे अमेरिका में कई शहरों में ऐसे ही हालात पैदा हो सकते हैं.
- आने वाले दिनों में अस्पतालों में संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने की आशंका के मद्देनजर कई शहरों में हजारों अतिरिक्त बिस्तरों, वेंटिलेटरों और अन्य चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है.
- सेना ने अस्थायी अस्पताल बनाने शुरू कर दिए हैं. सम्मेलन केन्द्रों और खेल के मैदानों को अस्पतालों में परिवर्तित किया जा रहा है.
- न्यूयॉर्क में इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर प्रकृति गाबा ने कहा, 'कोरोना वायरस के कुछ गंभीर मरीजों को डायलिसिस की जरूरत है, लेकिन हमारे पास पर्याप्त मशीनें नही हैं'.
- उन्होंने कहा, मेरे हिसाब से हमने अपनी स्वास्थ्य व्यवस्था को इतने बुरे दौर से गुजरते कभी नहीं देखा... परिवार के लोगों को मौत की खबर देना दिल तोड़ने वाला होता है.'
- स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि आने वाले दो महीनों में अमेरिका में मरीजों की संख्या कई लाख तक पहुंच सकती है, जिनमें से हजारों मरीजों को तत्काल देखभाल और आईसीयू की जरूरत होगी.
- अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस बीमारी को लेकर सरकारी गाइडलाइन पालन करने के निर्देश दिए हैं साथ ही सोशल डिस्टैंसिंग पर भी जोर दिया है.
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