ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ II का 96 साल की उम्र में निधन हो गया है. बालमोराल कैसल में उन्होंने अंतिम सांस ली है. इस संबंध में राज परिवार ने पुष्टि भी कर दी है. वहीं, महारानी एलिजाबेथ II की मृत्यु के बाद एक नाम "ऑपरेशन यूनिकॉर्न" की खूब चर्चा हो रही है. बता दें कि ब्रिटेन के अधिकारियों ने रानी की मृत्यु और अंतिम संस्कार के बीच पहले 10 दिनों के दौरान तैयारियों के प्रबंधन करने के लिए 'ऑपरेशन लंदन ब्रिज' की रूपरेखा तैयार की थी. स्कॉटलैंड में रानी की मृत्यु के मामले में उन्होंने 'ऑपरेशन यूनिकॉर्न' के बारे में सोचा था. 8 सितंबर को स्कॉटलैंड के बालमोराल में उनका निधन हो गया. बता दें कि यूनिकॉर्न स्कॉटलैंड का राष्ट्रीय पशु भी है.
महारानी की मौत को लेकर राज परिवार ने ट्वीट कर पुष्टि की है. ट्वीट में कहा गया, " महारानी का आज दोपहर बालमोराल में शांतिपूर्वक निधन हो गया. किंग एंड द क्वीन कंसोर्ट आज शाम बालमोराल में रहेंगे और कल लंदन लौटेंगे."
एक आधिकारिक ज्ञापन के अनुसार, रानी की मृत्यु के संदेश को प्रसारित करने के लिए कोड "लंदन ब्रिज डाउन है" है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. दरअसल, महारानी की मृत्यु को लेकर एक प्लॉन का कोडनेम लंदन ब्रिज दिया गया था. इसके तहत अगर, उनकी मृत्यु स्कॉटलैंड में होने पर इसे ऑपरेशन यूनिकॉर्न कहा जाता.
महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे 73 वर्षीय चार्ल्स, सदियों के प्रोटोकॉल के अनुसार अब राजा बन गए हैं. रानी के 70 साल के रिकॉर्डतोड़ शासन के बाद शाही परिवार के लिए एक नया अध्याय शुरू हो गया है.
एलिजाबेथ द्वितीय छह फरवरी 1952 को अपने पिता किंग जॉर्ज षष्ठम की मृत्यु के बाद महारानी बनीं. अगले वर्ष वेस्टमिंस्टर एबे में उनका राज्याभिषेक हुआ. उनका 70 वर्षों का शासन महारानी विक्टोरिया के शासन काल से सात वर्ष अधिक था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं