तीन साल की बच्ची हान-हान, जिसकी खोपड़ी को 3डी प्रिंटिंग तकनीक के माध्यम से बनाया गया
बीजिंग:
चीन की तीन साल की बच्ची दुनिया की ऐसी पहली व्यक्ति है, जिसकी खोपड़ी को 3डी प्रिंटिंग तकनीक के माध्यम से बनाया गया है। बच्ची के ऑपरेशन में डॉक्टरों को 17 घंटे लगे।
बच्ची हाइड्रोसेफालस नामक बीमारी से ग्रस्त थी जिसमें मस्तिष्क के भीतर ‘सेरेब्रोस्पाइनल’’ तरल की मात्रा बढ़ जाती है। इस बीमारी के कारण बच्ची के सिर का वजन बढ़कर 20 किलोग्राम हो गया था जबकि उसके पूरे शरीर का वजन महज 32 किलोग्राम था।
डॉक्टरों ने बताया कि टाइटेनियम के मिश्रधातु से बने 3डी प्रिंटेड खोपड़ी लगाए जाने के बाद बच्ची धीरे-धीरे ठीक हो रही है। यह दुनिया की पहली व्यक्ति है जिसमें 3डी प्रिंटिग तकनीक से बनी खोपड़ी का ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक हुआ है।
बच्ची का इलाज कर रहे मुख्य डॉक्टर न्यूरोसर्जन कुआंग वेईपिंग ने बताया कि चीन के हुनान प्रांत के सेकेंड पीपुल्स अस्पताल में बुधवार को हुआ हान हान का ऑपरेशन 17 घंटे तक चला।
फिलहाल उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
बच्ची हाइड्रोसेफालस नामक बीमारी से ग्रस्त थी जिसमें मस्तिष्क के भीतर ‘सेरेब्रोस्पाइनल’’ तरल की मात्रा बढ़ जाती है। इस बीमारी के कारण बच्ची के सिर का वजन बढ़कर 20 किलोग्राम हो गया था जबकि उसके पूरे शरीर का वजन महज 32 किलोग्राम था।
डॉक्टरों ने बताया कि टाइटेनियम के मिश्रधातु से बने 3डी प्रिंटेड खोपड़ी लगाए जाने के बाद बच्ची धीरे-धीरे ठीक हो रही है। यह दुनिया की पहली व्यक्ति है जिसमें 3डी प्रिंटिग तकनीक से बनी खोपड़ी का ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक हुआ है।
बच्ची का इलाज कर रहे मुख्य डॉक्टर न्यूरोसर्जन कुआंग वेईपिंग ने बताया कि चीन के हुनान प्रांत के सेकेंड पीपुल्स अस्पताल में बुधवार को हुआ हान हान का ऑपरेशन 17 घंटे तक चला।
फिलहाल उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
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