वाशिंगटन:
चीन की बढ़ती सैन्य क्षमता को लेकर अमेरिका की चिंता दूर करने की कोशिश में एक शीर्ष चीनी जनरल ने कहा कि उनके देश के पास ऐसी सेना नहीं है, जो अमेरिकी सेना को चुनौती दे सके। उन्होंने कहा कि उनके देश की सैन्य क्षमता की प्राथमिकता अलगाववादियों पर लगाम कसना है। यहां के दौरे पर आए चीनी जनरल चेन बिंगदे ने कहा कि चीन का दशकों के सुधार के बाद अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य क्षमता बढ़ाने का प्रयास एक तरह से क्षतिपूर्ति करने वाला प्रयास है। चेन बिंगदे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के चीफ ऑफ द जनरल स्टाफ हैं। उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों में अमेरिका के दौरे में, मैं अमेरिकी सेना के हथियार, उपकरण और उसके अत्याधुनिकीकरण को देख कर आश्चर्यचकित रह गया। मैं कह सकता हूं कि चीन के पास ऐसी क्षमता नहीं है, जो अमेरिका को चुनौती दे सके। उन्होंने अमेरिका के ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन के साथ पेंटागन मे एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, यहां तक कि चीनी तटों पर अमेरिकी सैन्य विमानों और पोतों से की जाने वाली टोही गतिविधियों को चीन में प्रतिरोध के तौर पर देखा जाता है। मैं यह कहने की कोशिश कर रहा हूं कि हमारे पास अमेरिका को चुनौती देने लायक क्षमता नहीं है।
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