बीजिंग:
चीन के प्रस्तावित अंतरिक्ष स्टेशन की डॉकिंग प्रौद्योगिकी के साथ प्रयोग करने के लिए 14 दिन की अंतरिक्ष यात्रा के बाद देश के तीनों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित वापस लौट आए।
कम्युनिस्ट राष्ट्र के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन की सफलताओं की शृंखला में यह नवीनतम कड़ी है।
शेनझोउ-10 नामक यह अंतरिक्ष यान मंगोलिया के अंदरूनी भाग में गोबी रेगिस्तान में पारंपरिक तरीके से उतरा। अंतरिक्ष यात्रियों की उम्र और उनके वजन को लेकर उपजे विवादों के बीच 15 मिनट की ‘री-एंट्री’ प्रक्रिया के बाद यान सुरक्षित उतर गया।
चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के मुख्य कमांडर झांग यूशिया ने कहा कि शेनझोउ-10 मिशन एक ‘संपूर्ण सफलता’ है। सभी तीन अंतरिक्ष यात्रियों का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है।
शेनझोउ-10 के चालक दल के कमांडर और दूसरी बार अंतरिक्ष यात्रा पर गए नेई हेईशेंग सबसे पहले यान से बाहर निकले। उनके पीछे-पीछे मिशन की एकमात्र महिला अंतरिक्ष यात्री 35 वर्षीय वांग येपिंग और सबसे अंत में झांग शिआओगुआंग यान से बाहर निकले।
लैंडिंग के स्थान पर आयोजित एक छोटे से स्वागत समारोह के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने वहां मौजूद सैन्य अधिकारियों, बचाव अभियान दल और चिकित्साकर्मियों के समूह का अभिनंदन किया।
नेई ने कहा, ‘‘घर वापस आकर वाकई बहुत अच्छा लग रहा है।’’ झांग ने कहा, ‘‘हम सपने देखने वाले हैं, और अब हमने अपना सपना पूरा कर लिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंतरिक्ष संबंधी हमारे सपनों की कोई सीमा नहीं है और हमारी कड़ी मेहनत कभी रूकेगी नहीं।’’
यह मिशन रूस और अमेरिका के अंतरिक्ष कार्यक्रम की प्रतिद्वंद्विता में चीन द्वारा अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की महत्वकांक्षी योजना का हिस्सा है। चीन उन चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल होना चाहता है जिन्होंने एक से ज्यादा बार मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। अभी तक सिर्फ रूस और अमेरिका ही ऐसे दो देश हैं जिन्होंने अंतरिक्ष में मानवयुक्त यान भेजे हैं।
चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के निदेशक वांग च्योयो ने कहा कि चीन अंतरिक्ष प्रयोगशाला के विकास और निर्माण का काम जारी रखेगा और उसकी योजना वर्ष 2015 के आसपास अंतरिक्ष प्रयोगशाला तियांगोंग-2 को लांच करने की है। यह चीन की वर्तमान अंतरिक्ष प्रयोगशाला तियांगोंग-1 की जगह लेगा।
चीन वर्ष 2018 के आसपास एक अंतरिक्ष प्रयोगशाला का प्रायोगिक मॉड्यूल अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करेगा और वर्ष 2020 तक अपने मानवयुक्त अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण पूरा करेगा।
कम्युनिस्ट राष्ट्र के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन की सफलताओं की शृंखला में यह नवीनतम कड़ी है।
शेनझोउ-10 नामक यह अंतरिक्ष यान मंगोलिया के अंदरूनी भाग में गोबी रेगिस्तान में पारंपरिक तरीके से उतरा। अंतरिक्ष यात्रियों की उम्र और उनके वजन को लेकर उपजे विवादों के बीच 15 मिनट की ‘री-एंट्री’ प्रक्रिया के बाद यान सुरक्षित उतर गया।
चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के मुख्य कमांडर झांग यूशिया ने कहा कि शेनझोउ-10 मिशन एक ‘संपूर्ण सफलता’ है। सभी तीन अंतरिक्ष यात्रियों का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है।
शेनझोउ-10 के चालक दल के कमांडर और दूसरी बार अंतरिक्ष यात्रा पर गए नेई हेईशेंग सबसे पहले यान से बाहर निकले। उनके पीछे-पीछे मिशन की एकमात्र महिला अंतरिक्ष यात्री 35 वर्षीय वांग येपिंग और सबसे अंत में झांग शिआओगुआंग यान से बाहर निकले।
लैंडिंग के स्थान पर आयोजित एक छोटे से स्वागत समारोह के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने वहां मौजूद सैन्य अधिकारियों, बचाव अभियान दल और चिकित्साकर्मियों के समूह का अभिनंदन किया।
नेई ने कहा, ‘‘घर वापस आकर वाकई बहुत अच्छा लग रहा है।’’ झांग ने कहा, ‘‘हम सपने देखने वाले हैं, और अब हमने अपना सपना पूरा कर लिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंतरिक्ष संबंधी हमारे सपनों की कोई सीमा नहीं है और हमारी कड़ी मेहनत कभी रूकेगी नहीं।’’
यह मिशन रूस और अमेरिका के अंतरिक्ष कार्यक्रम की प्रतिद्वंद्विता में चीन द्वारा अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की महत्वकांक्षी योजना का हिस्सा है। चीन उन चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल होना चाहता है जिन्होंने एक से ज्यादा बार मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। अभी तक सिर्फ रूस और अमेरिका ही ऐसे दो देश हैं जिन्होंने अंतरिक्ष में मानवयुक्त यान भेजे हैं।
चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के निदेशक वांग च्योयो ने कहा कि चीन अंतरिक्ष प्रयोगशाला के विकास और निर्माण का काम जारी रखेगा और उसकी योजना वर्ष 2015 के आसपास अंतरिक्ष प्रयोगशाला तियांगोंग-2 को लांच करने की है। यह चीन की वर्तमान अंतरिक्ष प्रयोगशाला तियांगोंग-1 की जगह लेगा।
चीन वर्ष 2018 के आसपास एक अंतरिक्ष प्रयोगशाला का प्रायोगिक मॉड्यूल अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करेगा और वर्ष 2020 तक अपने मानवयुक्त अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण पूरा करेगा।
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