दलाई लामा ने चीन को साम्यवादी विचारधाराहीन साम्यवादी राष्ट्र करार दिया और कहा कि इस देश को तत्काल राजनीतिक उदारवाद की जरूरत है।
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जोधपुर:
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने बृहस्पतिवार को चीन को साम्यवादी विचारधाराहीन साम्यवादी राष्ट्र करार दिया और कहा कि इस देश को तत्काल राजनीतिक उदारवाद की जरूरत है। दलाई लामा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत को यह कहते हुए स्थायी सदस्य बनाए जाने की वकालत की कि भारत यह दर्जा और वीटो अधिकार पाने के लिए सबसे ज्यादा योग्य देश है। तिब्बती संस्कृति एवं परंपरा को दबाए जाने पर चिंता जाहिर करते हुए दलाई ने कहा कि क्षेत्र में चीनी जीवनशैली थोपना अस्वीकार्य है। 75 वर्षीय दलाई ने अपनी सेवानिवृत्ति का भी संकेत दिया और कहा मैं अपने मिशन की समाप्ति की कगार पर हूं।