
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी सहयोगी चार्ली कर्क को यूटा वैली यूनिवर्सिटी में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
- चार्ली कर्क ने 18 वर्ष की उम्र में TPUSA की स्थापना की, जो युवा कंजर्वेटिव वोटरों को संगठित करता था.
- ट्रंप ने चार्ली कर्क की हत्या को जघन्य कृत्य बताया और सरकारी भवनों पर झंडे आधा झुकाने का आदेश दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और राइट विंग इंफ्लुएंसर चार्ली कर्क की बुधवार, 11 सितंबर को दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. 31 साल के चार्ली कर्क यूटाह वैली यूनिवर्सिटी में एक इवेंट में शामिल हो रहे थे तभी उनको निशाना बनाकर गोली चलाई गई. इससे वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई, कर्क को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चार्ली की हत्या को "जघन्य" और "अमेरिका के लिए काला क्षण" बताया है. उन्होंने रविवार तक सरकारी भवनों पर झंडों को आधा झुकाने का आदेश दिया है. राष्ट्रपति के आदेश के तुरंत बाद व्हाइट हाउस में अमेरिकी झंडे झुका दिए गए.

इवांका ट्रंप ने चार्ली को याद करते हुए उनकी यह तस्वीर शेयर की.
तो आपके मन में यह सवाल आ सकता है कि आखिर चार्ली कर्क थे कौन और कैसे वो मात्र 31 साल की उम्र में दुनिया के सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले नेता के इतने करीबा आ गए. आखिर उनको राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के पीछे एक अहम किरदार क्यों माना जाता है.
कौन थे चार्ली कर्क?
चार्ली कर्क ने 2012 में 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए (TPUSA) की स्थापना की, जो अमेरिका का प्रमुख कंजर्वेटिव छात्र संगठन है. इस संगठन ने 800 से अधिक कॉलेजों में अपनी शाखाएं बनाईं और युवा कंजर्वेटिव वोटरों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर 2024 के चुनाव में, जहां इसने ट्रंप की दोबारा जीत में बड़ा योगदान दिया.
कर्क मीडिया में भी नियमित रूप से मौजूद रहते थे, अपने जोशीले भाषणों, सोशल मीडिया अभियानों और जेनरेशन जेड और मिलेनियल रूढ़िवादियों के बीच प्रभाव के लिए जाने जाते थे. उनके फैन्स उन्हें जमीनी स्तर के युवा सक्रियतावाद और रिपब्लिकन प्रतिष्ठान के बीच एक 'सेतु' के रूप में देखते थे.
अभी पकड़ा नहीं गया है शूटर
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कर्क गोलीबारी से ठीक पहले दर्शकों के एक सवाल का जवाब दे रहे थे. यूनिवर्सिटी के एक प्रवक्ता ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि हमलावर ने लगभग 180 मीटर दूर एक इमारत से गोली चलाई थी.
FBI के डायरेक्टर काश पटेल ने बताया कि इस मामले में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति को रिहा कर दिया गया है. पटेल ने X पर पोस्ट में लिखा, "हिरासत में लिए गए व्यक्ति को कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया है. हमारी जांच जारी है और हम पारदर्शिता के हित में जानकारी जारी करते रहेंगे." यानी अभी पुलिस के हाथ खाली हैं और शूटर आजाद.
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