
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के आयात पर संयुक्त राज्य अमेरिका के टैरिफ के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं. ट्रूडो ने "ट्रेड वार" बताया और कहा कि यह "सबसे पहले और सबसे ज्यादा अमेरिकी परिवारों को नुकसान पहुंचाएगा." इसके साथ ही ट्रूडो ने इस बात पर जोर दिया कि कनाडा के लोग सही और विनम्र हैं, लेकिन लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे, खासकर तब जब देश की भलाई दांव पर हो.
मंगलवार को पार्लियामेंट हिल से बोलते हुए ट्रूडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि टैरिफ "एक बहुत ही बेवकूफी भरी बात है." उन्होंने व्लादिमिर पुतिन के साथ काम करने के तर्क पर भी सवाल उठाया.
अमेरिकी सामानों पर 25% टैरिफ
ट्रूडो ने कहा, "आज संयुक्त राज्य अमेरिका ने कनाडा के खिलाफ व्यापार युद्ध शुरू किया है. यह उसका सबसे करीबी साझेदार और सहयोगी, उसका सबसे करीबी दोस्त है."
अमेरिकी टैरिफ के जवाब में कनाडा 155 अरब डॉलर मूल्य के अमेरिकी सामानों पर 25% टैरिफ लागू करेगा, जिसकी शुरुआत 30 अरब डॉलर मूल्य के सामानों पर तुरंत होगी. शेष 125 अरब डॉलर मूल्य के सामानों पर टैरिफ 21 दिनों में लागू होंगे. ट्रूडो ने दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते के उल्लंघन का हवाला देते हुए विश्व व्यापार संगठन में अमेरिका के "अवैध कार्यों" या टैरिफ को चुनौती देने की योजना की भी घोषणा की.
ट्रंप से पुनर्विचार करने का आग्रह भी
ट्रूडो ने अमेरिकी जनता को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि टैरिफ से मुद्रास्फीति बढ़ेगी और अमेरिकी नौकरियों को नुकसान होगा, खासकर उन कार्यस्थलों में जो कनाडा से सामग्री या उपभोक्ताओं पर निर्भर हैं. उन्होंने ट्रंप से पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि दोनों देशों को "उत्तरी अमेरिका के लोगों की समृद्धि" सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.
ट्रूडो ने कहा, "उन्होंने उनके एजेंडे को विफल करने का विकल्प चुना है." साथ ही कहा, "आज इन टैरिफों का कोई औचित्य या आवश्यकता नहीं है."
51वां राज्य नहीं बनेगा कनाडा: ट्रूडो
कनाडा की सरकार ने ट्रेड वार से प्रभावित कनाडा के लोगों के समर्थन के लिए उपायों की भी घोषणा की है, जिसमें अपनी नौकरी खोने वाले लोगों के लिए समर्थन बढ़ाना और व्यवसायों को चालू रखने में मदद करना शामिल है. ट्रूडो ने कनाडा के लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिए "लगातार संघर्ष" करेगी.
उन्होंने फेंटेनाइल मुद्दे को संबोधित किया और जोर देकर कहा कि ट्रंप का यह दावा कि कनाडा इससे लड़ने को तैयार नहीं है, "पूरी तरह से गलत" है.
साथ ही ट्रूडो ने कहा कि ट्रंप कनाडा की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त देखना चाहते हैं, जिससे कनाडा पर कब्जा करना आसान हो जाए. ट्रूडो ने दोहराया कि ऐसा कभी नहीं होगा और "कनाडा कभी भी 51वां राज्य नहीं बनेगा."
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