अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में बहुमत वाली रिपब्लिकन पार्टी ने कम्युनिस्ट देश क्यूबा के साथ कूटनीतिक संबंध फिर से बहाल करने के राष्ट्रपति बराक ओबामा के फैसले की बुधवार को आलोचना करते हुए इसे तानाशाही को 'विवेकहीन' छूट करार दिया।
समाचार एजेंसी के अनुसार, क्यूबा के साथ 1961 की तरह के संबंध को फिर से बहाल करने के लिए बातचीत शुरू करने के ओबामा के फैसले से प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष जॉन बोएनर और अन्य रिपब्लिकन सदस्य नाराज हो गए हैं।
इससे पहले ओबामा ने बुधवार को एक संबोधन में देश की विदेश नीति में इस बदलाव की घोषणा की थी। ओबामा ने देश के नाम दिए संबोधन में कहा, 'हम उस पुराने रुख को खत्म करेंगे जो दशकों से हमारे हितों को आगे बढ़ाने में नाकाम रहा है। हम दोनों देशों के बीच रिश्तों को सामान्य बनाने की शुरुआत करेंगे। इन बदलावों के जरिए हमारा इरादा अमेरिका और क्यूबा की जनता के लिए अधिक अवसर पैदा करना तथा अमेरिका क्षेत्र के देशों के बीच नए अध्याय की शुरुआत करना है।'
क्यूबा के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के मकसद से जो कदम उठाए जा रहे हैं, उनमें हवाना में अमेरिकी दूतावास को फिर से बहाल करना, व्यापार एवं यात्रा संबंधी पाबंदियों में ढील देना और आतंकवाद के प्रायोजक राष्ट्र के तौर पर क्यूबा की समीक्षा करने के कदम शामिल हैं।
ओबामा के इस कदम के बाद जारी बयान में बोएनर ने कहा, 'कास्त्रो शासन के साथ संबंध दोबारा शुरू नहीं होना चाहिए, इसे अपने आप सामान्य होने दें, जब तक कि क्यूबा के लोगों को वास्तविक आजादी नहीं मिल जाती। इससे एक सेकंड पहले भी ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।'
अध्यक्ष ने हालांकि, अमेरिकी सरकार के ठेकेदार एलन ग्रास की रिहाई पर खुशी जताई, जो पांच साल से क्यूबा की कैद में थे। उन्हें मैत्री प्रक्रिया के तहत रिहा किया गया है।
इधर, अमेरिका ने तथाकथित जासूसी समूह 'ग्रुप ऑफ फाइव' के तीन क्यूबाई जासूसों को रिहा किया। उनकी रिहाई क्यूबा में पिछले करीब 20 साल से कैद अमेरिकी जासूस की रिहाई के बदले में की गई है।
इस बड़े नीतिगत बदलाव को हालांकि, कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत होगी और विश्लेषकों का कहना है कि इस मामले पर कांग्रेस को मनाना ओबामा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
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