
- बिटकॉइन की कीमत 5 अक्टूबर 2025 को $1,25,000 के ऐतिहासिक स्तर को पार कर गई, जो नया ऑल टाइम हाई है
- जर्मन सरकार ने साल 2024 में 50 हजार बिटकॉइन औसतन $57,600 प्रति बिटकॉइन की दर से बेचे थे
- यदि जर्मन सरकार ने बिटकॉइन को वर्तमान कीमत पर बेचा होता तो उसे लगभग 3.57 बिलियन डॉलर का अधिक लाभ होता
Bitcoin Breaks New Record Price: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने एक बार फिर सभी को चौंकाते हुए अपनी कीमत में जोरदार उछाल दर्ज किया है. 5 अक्टूबर 2025 को बिटकॉइन की कीमत $1,25,000 (लगभग ₹1.11 करोड़) के ऐतिहासिक स्तर को पार कर गई, जिससे इसने अपना ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बना दिया है.
जर्मन सरकार को हुआ 3.57 बिलियन डॉलर का नुकसान
दरअसल जर्मन सरकार ने लगभग 50,000 बिटकॉइन की बिक्री साल 2024 में की थी, जिसे उन्होंने पाइरेसी वेबसाइट 'Movie2K' से जब्त किया था. बिक्री से जर्मन सरकार को लगभग 2.88 बिलियन डॉलर मिले थे, जिसकी औसत कीमत लगभग 57,600 डॉलर प्रति बिटकॉइन थी. ऐसे में अगर सरकार ने इन क्रिप्टोकरेंसी को आज बेचा होता तो उनकी वैल्यू 6.27 (1,25,000 डॉलर*50,000 बिटकॉइन) बिलियन डॉलर से ज्यादा होती. यानि जर्मन सरकार ने करीब 3.57 बिलियन डॉलर कमाने का मौका गवां दिया.
क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है जो किसी सरकार या बैंक के नियंत्रण से बाहर काम करती है. इसे ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है.
बिटकॉइन की तेजी के पीछे क्या हैं वजहें?
बाजार के जानकारों के अनुसार, इस तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं. जिसमें सबसे बड़ी वजह है संस्थागत निवेशकों (Institutional Investors) की बढ़ती दिलचस्पी. अमेरिकी बिटकॉइन ETF में अब तक 50 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नेट इनफ्लो हो चुका है. सिर्फ BlackRock ने ही अब तक 65 बिलियन डॉलर से ज्यादा बिटकॉइन खरीदा है.
इसके अलावा, कंपनियां भी अपनी बैलेंस शीट में बिटकॉइन जोड़ रही हैं. यह दर्शाता है कि बिटकॉइन अब सिर्फ एक ट्रेडिंग टूल नहीं, बल्कि लंबे समय के निवेश का एक अहम जरिया बनता जा रहा है.
भारत में बिटकॉइन
भारतीय बाजार में एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 1.11 करोड़ रुपये चल रही है. बिटकॉइन पिछले सात दिनों में 12%-15% तक का मजबूत रिटर्न दे चुका है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है.
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