बीजिंग (Beijing) ने अमेरिका से आग्रह किया कि वह सोमवार से होने जा रही उप विदेशमंत्री वेंडी शेरमेन के साथ बातचीत के दौरान चीन को बुरा बताना बंद करे. वेंडी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के अहम अधिकारी हैं. शेरमन रविवार को तियानजिन शहर पहुंचे. साइबर सुरक्षा से लेकर मानवाधिकार के कई मुद्दों को लेकर दुनिया की शीर्ष दो अर्थव्यवस्थाओं के बीच बिगड़ते संबंधों के बीच उनकी ये यात्रा काफी अहम है.
चीन के विदेशमंत्रालय द्वारा जारी बयान में उप विदेशमंत्री शी फेंग ने शेरमन से कहा कि हो सकता है कि अमेरिका किसी भी तरह चीन को अपनी संरचनात्मक समस्याओं के लिए दोषी ठहरा सकता है. शी के हवाले से इस बयान में कहा गया है, "हम संयुक्त राज्य अमेरिका से अपनी अत्यधिक गुमराह करने वाली मानसिकता और खतरनाक नीति को बदलने का आग्रह करते हैं.उन्होंने ये भी कहा है कि वाशिंगटन चीन की दुश्मन के रूप में कल्पना करता है.
उन्होंने दावा किया कि अलास्का में वाशिंगटन और बीजिंग के शीर्ष राजनयिकों एंटनी ब्लिंकेन और यांग जिची के बीच मार्च में हुई मुलाकात में अमेरिका की प्रतिकूल बयानबाजी को चीनी जनता चीन को दबाने के प्रयास के रूप में देखती है.
गौरतलब है कि करीब छह महीने पहले जो बाइडन के अमेरिका में राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद वह चीन की यात्रा करने वाली सबसे ऊंचे रैंक की पहली अमेरिकी अधिकारी हैं. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में दोनों देशों के बीच संबंध बहुत खराब हो गए थे और प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, मानवाधिकार तथा अन्य मामलों पर दोनों के बीच तनाव की स्थिति है. बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि इन वार्ताओं का मकसद किसी विशेष मामले पर चर्चा करना नहीं है, बल्कि उच्च स्तरीय संवाद के माध्यम खुले रखना है. बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच भी अक्टूबर के अंत में रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर बैठक हो सकती है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं