लंदन:
बीबीसी हिंदी सेवा को बंद किए जाने फैसले को लेकर ब्रिटेन और भारत में हुए विरोध को देखते हुए ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने बुधवार को अतिरिक्त धन मुहैया कराए जाने की घोषणा की। इस घोषणा से बीबीसी को दी जाने वाली सहयता में की गई भारी कटौती के बाद उसे अपनी सेवाओं को जारी रखने का मौका मिलेगा। विदेश मंत्री हेग ने अगले तीन सालों तक विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय बजट से बीबीसी वर्ल्ड सर्विस को 22 लाख पाउंड सालाना दिए जाने को मंजूरी दे दी। सरकार द्वारा किये गये आर्थिक कटौती के प्रभाव को कम करने के लिये बीबीसी ट्रस्ट को 90 पाउंड की राशि का पुनर्आवंटन किया गया है। यह आवंटन अगले तीन वर्षों तक संपादकीय निवेश के लिए किया गया है। धन के ताजा आवंटन से बीबीसी को अपनी हिंदी और अरबी सेवा को जारी रखने का मौका मिलेगा। ब्रिटिश संसद के निचले सदन को दिये गये बयान में हेग ने बताया कि बीबीसी की वर्ल्ड सर्विस को अतिरिक्त 90 लाख पाउंड की राशि आवंटित की जाएगी। बीबीसी ट्रस्ट के प्रमुख क्रिस पैटन ने हेग के बयान की पुष्टि करते हुए आज कहा कि इससे हिंदी सेवा को जारी रखा सकेगा। उन्होंने पिछले सप्ताह कहा था कि बीबीसी हिंदी सेवा एक महत्वपूर्ण सेवा है। गौरतलब है कि जनवरी में व्यापक तौर पर की गई आर्थिक कटौती की घोषणा के बाद बीबीसी हिंदी सेवा को मार्च में बंद कर दिया जाना था लेकिन काफी आलोचना के बाद इसमें एक वर्ष :मार्च 2012: तक की वृद्धि कर दी गई थी।