पकड़ा गया जिंदा आतंकी नावेद (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के इस दावे को नहीं माना कि उधमपुर में कल बीएसएफ के एक काफिले पर हमला करने के बाद जिंदा पकड़ा गया आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक है। पाकिस्तान ने नई दिल्ली से सबूत के बिना आरोप नहीं लगाने को कहा।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता काजी खलीलुल्ला ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि उन्होंने मीडिया की खबर देखी है कि भारत में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है और उसे पाकिस्तानी नागरिक बताया जा रहा है।
मोहम्मद नावेद याकूब के पाकिस्तान के होने संबंधी भारत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए खलीलुल्ला ने कहा, ‘‘मैं मीडिया की खबरों पर टिप्पणी नहीं करूंगा। हम भारतीय अधिकारियों से उम्मीद करते हैं कि हमारे साथ जरूरी सूचना साझा की जाए ताकि हम उसकी राष्ट्रीयता का सत्यापन करा सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने कई बार दोहराया है कि आतंकवाद हमारा साझा दुश्मन है और इस समस्या से लड़ने के लिए आरोप-प्रत्यारोप के बजाय सहयोगात्मक रख जरूरी है। भारतीय मीडिया की तरफ से बिना जांच पड़ताल और सबूतों के उंगली उठाना स्वस्थ चलन नहीं है।’’
खलीलुल्ला ने कहा, ‘‘हमने बार-बार भारत से कहा है कि पाकिस्तान पर तत्काल आरोप लगाना सही नहीं है। ये चीजें तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि जब भी पाकिस्तान पर किसी चीज का आरोप लगे तो उसके साथ ठोस सबूत पेश किए जाएं।’’
उधमपुर में कल बीएसएफ के काफिले पर हमले और दो कांस्टेबलों के मारे जाने के बाद नावेद को ग्रामीणों ने संघर्ष के बाद पकड़ लिया था। उसे उसी तरह जिंदा पकड़ा गया जिस तरह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था। पाकिस्तान हमेशा से कसाब का वहां से ताल्लुक होने से इनकार करता रहा है।
उधर ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने पाकिस्तान सरकार के एक सूत्र के हवाले से कहा, ‘‘नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑथोरिटी (एनएडीआरए) के रिकॉर्ड से पता चलता है कि भारत ने गिरफ्तार किए गए व्यक्ति उस्मान खान (मोहम्मद नावेद याकूब) के पाकिस्तान से होने का जो दावा किया है, वह पूरी तरह आधारहीन है।’’
पाकिस्तान के फैसलाबाद कस्बे के गुलाम मुस्तफाबाद इलाके के रहने वाले तथा मोहम्मद याकूब के बेटे नावेद ने हथियारों से लैस होकर एक और आतंकवादी नोमान उर्फ मोमीन के साथ मिलकर सिमरोली में राजमार्ग पर बीएसएफ के काफिले पर हमला किया था। बीएसएफ जवानों ने जवाब में गोलीबारी की जिसमें नोमान मारा गया और नावेद को बाद में जिंदा पकड़ लिया गया।
खबरों में पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि भारत में गिरफ्तार किए गए शख्स का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
जियो टीवी ने भी खबर प्रसारित की कि भारत में गिरफ्तार शख्स का एनएडीआरए में पंजीकरण नहीं है।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता काजी खलीलुल्ला ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि उन्होंने मीडिया की खबर देखी है कि भारत में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है और उसे पाकिस्तानी नागरिक बताया जा रहा है।
मोहम्मद नावेद याकूब के पाकिस्तान के होने संबंधी भारत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए खलीलुल्ला ने कहा, ‘‘मैं मीडिया की खबरों पर टिप्पणी नहीं करूंगा। हम भारतीय अधिकारियों से उम्मीद करते हैं कि हमारे साथ जरूरी सूचना साझा की जाए ताकि हम उसकी राष्ट्रीयता का सत्यापन करा सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने कई बार दोहराया है कि आतंकवाद हमारा साझा दुश्मन है और इस समस्या से लड़ने के लिए आरोप-प्रत्यारोप के बजाय सहयोगात्मक रख जरूरी है। भारतीय मीडिया की तरफ से बिना जांच पड़ताल और सबूतों के उंगली उठाना स्वस्थ चलन नहीं है।’’
खलीलुल्ला ने कहा, ‘‘हमने बार-बार भारत से कहा है कि पाकिस्तान पर तत्काल आरोप लगाना सही नहीं है। ये चीजें तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि जब भी पाकिस्तान पर किसी चीज का आरोप लगे तो उसके साथ ठोस सबूत पेश किए जाएं।’’
उधमपुर में कल बीएसएफ के काफिले पर हमले और दो कांस्टेबलों के मारे जाने के बाद नावेद को ग्रामीणों ने संघर्ष के बाद पकड़ लिया था। उसे उसी तरह जिंदा पकड़ा गया जिस तरह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था। पाकिस्तान हमेशा से कसाब का वहां से ताल्लुक होने से इनकार करता रहा है।
उधर ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने पाकिस्तान सरकार के एक सूत्र के हवाले से कहा, ‘‘नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑथोरिटी (एनएडीआरए) के रिकॉर्ड से पता चलता है कि भारत ने गिरफ्तार किए गए व्यक्ति उस्मान खान (मोहम्मद नावेद याकूब) के पाकिस्तान से होने का जो दावा किया है, वह पूरी तरह आधारहीन है।’’
पाकिस्तान के फैसलाबाद कस्बे के गुलाम मुस्तफाबाद इलाके के रहने वाले तथा मोहम्मद याकूब के बेटे नावेद ने हथियारों से लैस होकर एक और आतंकवादी नोमान उर्फ मोमीन के साथ मिलकर सिमरोली में राजमार्ग पर बीएसएफ के काफिले पर हमला किया था। बीएसएफ जवानों ने जवाब में गोलीबारी की जिसमें नोमान मारा गया और नावेद को बाद में जिंदा पकड़ लिया गया।
खबरों में पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि भारत में गिरफ्तार किए गए शख्स का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
जियो टीवी ने भी खबर प्रसारित की कि भारत में गिरफ्तार शख्स का एनएडीआरए में पंजीकरण नहीं है।
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