इस्लामाबाद:
प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने फिर से दोहराया कि सेना को हमेशा नागरिक कानून के अंतर्गत होना चाहिए।
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के अनुसार राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गिलानी ने मंगलवार को कहा कि सभी राष्ट्रीय संस्थाओं को अपने अधिकार क्षेत्र में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, "लोकतंत्र गतिशील स्थिरता की गारंटी देता है। यह हमारे लोगों के अंदर की रचनात्मक ताकतों को अभिव्यक्त करने के लिए समर्थ बनाता है।"
एजेंसी के मुताबिक श्रोताओं में सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी, वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल राव कमर सुलेमान, नौसेना प्रमुख एडमिरल एम. आसिफ संदीला और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार, आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक और विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भी उपस्थित थीं।
गिलानी ने कहा, "हमारी संस्थाएं स्थिर रही हैं और उनके पास समृद्ध इतिहास एवं परम्परा है।"
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के अनुसार राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गिलानी ने मंगलवार को कहा कि सभी राष्ट्रीय संस्थाओं को अपने अधिकार क्षेत्र में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, "लोकतंत्र गतिशील स्थिरता की गारंटी देता है। यह हमारे लोगों के अंदर की रचनात्मक ताकतों को अभिव्यक्त करने के लिए समर्थ बनाता है।"
एजेंसी के मुताबिक श्रोताओं में सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी, वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल राव कमर सुलेमान, नौसेना प्रमुख एडमिरल एम. आसिफ संदीला और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार, आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक और विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भी उपस्थित थीं।
गिलानी ने कहा, "हमारी संस्थाएं स्थिर रही हैं और उनके पास समृद्ध इतिहास एवं परम्परा है।"