बीजिंग:
अमेरिका समर्थित एक प्रसारक ने कहा है कि चीन के शिचुआन प्रांत में एक तिब्बती किशोर ने तिब्बत में चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान आत्मदाह कर लिया। तीन दिन में आत्मदाह की यह तीसरी घटना है। वाशिंगटन स्थित रेडियो फ्री एशिया ने आज ई-मेल से भेजे एक संदेश में कहा है कि 18 वर्षीय दोरजी ने कल शिचुआन प्रांत के अबा कस्बे में खुद को आग लगा ली।
रेडियो ने भारत में निर्वासित एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु कानयाग तेसरिंग के हवाले से बताया है कि दोरजी ने ‘‘तिब्बत में चीन की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की’’ और उसके बाद खुद को आग लगा ली। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पिछले एक साल में कई किशोरों समेत दो दर्जन से अधिक तिब्बतियों ने चीन में आत्मदाह किया है। तिब्बती चीन द्वारा उनके धर्म और संस्कृति को समाप्त किए जाने का विरोध कर रहे हैं और साथ ही निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की वापसी की मांग कर रहे हैं।
रेडियो ने भारत में निर्वासित एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु कानयाग तेसरिंग के हवाले से बताया है कि दोरजी ने ‘‘तिब्बत में चीन की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की’’ और उसके बाद खुद को आग लगा ली। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पिछले एक साल में कई किशोरों समेत दो दर्जन से अधिक तिब्बतियों ने चीन में आत्मदाह किया है। तिब्बती चीन द्वारा उनके धर्म और संस्कृति को समाप्त किए जाने का विरोध कर रहे हैं और साथ ही निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की वापसी की मांग कर रहे हैं।