अमेरिका के एक स्वयंभू गुरु को सेक्स गुलामों की तरह एक रैकेट और संप्रदाय या पंथ चलाने का दोषी पाया गया है. न्यूयॉर्क की कोर्ट ने मंगलवार को उसे 120 साल जेल की सजा सुनाई है. 60 वर्षीय स्वयंभु गुरु केनेथ रेनेर आजीवन जेल में रहेगा. कोर्ट ने उसे सेल्फ हेल्प ग्रुप सोसायटी चलाने की आड़ में महिलाओं के साथ जबर्दस्ती करने का दोषी पाया है. केनेथ Nxivm नाम का एक संगठन चलाता है और उसका प्रमुख है. इस संस्था के जरिए केनेथ अमीर और प्रभावशाली महिला भक्तों को आकर्षित करता था और उससे जबरन सेक्स करता था.
केनेथ पांच दिनों के सेल्फ हेल्प कोर्स के लिए अनुयायियों से 5000 डॉलर लेता था लेकिन उनमें से अधिकांश भक्तों का आर्थिक और यौन शोषण किया करता था और उन्हें प्रतिबंधित खानपान-जिसे रेनेर (मोहरा) के रूप में जाना जाता था, का पालन करने के लिए मजबूर करता था.
केनेथ ने इसी सेल्फ हेल्प ग्रुप में से एक अलग संगठन DOS बनाया था. वह इसमें शीर्ष पद पर था. इस सोसायटी में केनेथ को छोड़कर बाकी सभी सदस्य महिलाएं थीं. संगठन में उसने पिरामिड टाइप का स्ट्रक्चर बना रखा था, जिसमें महिलाएं गुलाम और ग्रैंड मास्टर थीं.
गुलामों को केनेथ से जबरन सेक्स करने को कहा जाता था. उन्हें निजी जानकारी और अंतरंग फोटो दिखाकर ब्लैकमेल किया जाता था. कई महिलाओं को जानवरों की तरह रखा जाता था ताकि दूसरे देखकर डर सकें. कोर्ट ने जून 2019 में ही केनेथ को सात मामलों में दोषी पाया था. उस पर सेक्स रैक्ट चलाने, सेक्स ट्रैफिकिंग, उगाही, आपराधिक षडयंत्र और 15 साल की एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण करने के आरोप थे.
पीड़ित महिला ने कोर्ट में कहा, मैं बच्ची थी. तभी उसने मेरा यौवन लूट लिया. मंगलवार को कुल 15 लोगों, जिनमें 13 महिलाएं, ने ब्रुकलिन कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराए, जबकि 90 से ज्यादा पीड़ितों ने जज निकोलस ग्राफुइस को चिट्ठी लिखकर अपनी दास्ता बताई. Nxivm को रैक्ट चलाने का दोषी पाया गया. केनेथ ने 1998 में संगठन की स्थापना की थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं