Student VISA USA: कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते अमेरिका में रह रहे भारतीय छात्रों को बड़ा झटका लग सकता है. सोमवार को अमेरिका ने ऐलान किया है कि ऐसे छात्रों का वीजा वापस लिया जाएगा जिनकी क्लासेज केवल ऑनलाइन मॉडल पर हो रही है. इमिग्रेशन और कस्टम इनफोर्समेंट डिपार्टमेंट (आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन विभाग) की तरफ से एक बयान जारी करके कहा गया कि नॉनइमिग्रैंट F-1 और M -1 छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा जिनकी केवल ऑनलाइन क्लासेज चल रही है. विभाग के अनुसार ऐसे छात्रों को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी या फिर अगर वह अभी भी अमेरिका में रह रह हैं तो उन्हें अमेरिका छोड़कर अपने देश जाना होगा. उन्होंने कहा कि अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो छात्रों को इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
ICE ने स्टेट्स के विभागों से कहा कि ऐसा छात्र जिनकी कक्षाएं पूरी तरह से ऑनलाइन चल रही हैं उन्हें अगले सेमेस्टर के लिए वीजा जारी नहीं किया जाएगा और न ही ऐसे छात्रों को राज्य में घुसने की अनुमति दी जाएगी. बता दें कि ICE के अनुसार, F-1 के छात्र अकैडमिक कोर्स वर्क में हिस्सा लेते हैं जबकि M-1 स्टूडेंट 'वोकेशनल कोर्सवर्क' के छात्र होते हैं. हालांकि अमेरिका की ज्यादातर यूनिवर्सिटीज ने अब तक अगले सेमेस्टर के लिए योजना के बारे में नहीं बताया है. ज्यादातर कॉलेजों के लिए हाइब्रिड मॉडल का ऐलान किया था लेकिन हॉर्वर्ड जैसे कुछ बड़े विश्वविद्यालयों ने छात्रों के लिए पूरी तरह से ऑनलाइन क्लासेज का इंतजाम किया था.
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन (IIE) के अनुसार अमेरिका में 2018-2019 एकैडमिक इयर के लिए 10 लाख से ज्यादा इंटरनेशनल छात्र हैं. जिनमें बड़ी संख्या में चीन, भारत, साउथ कोरिया, सउदी अरब और कनाडा जैसे देश शामिल हैं.
Video: 31 दिसंबर 2020 तक H1-B वीजा पर पाबंदी जारी
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