चीन (China) की ई -कॉमर्स कंपनी अलीबाबा (Alibaba) ग्रुप होल्डिंग ने तीन महीनों में करीब 10,000 कर्मचारियों को निकाल दिया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है. यह छंटनी जून की कमाई में 50 प्रतिशत की कमी आने के बाद की गई है. कम होती ब्रिकी के बाद यह खर्चे कम करने की एक कोशिश है. देश की धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था की रफ्तार का भी कंपनी पर फर्क पड़ा है. ई- कॉमर्स कंपनी ने जून की तिमाही में 9,241 से अधिक कर्मचारियों को निकाला है. रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी में अब कुल 245,700 कर्मचारी हैं.
कंपनी ने अपनी नेट इंकम में 22.74 बिलियन युआन (USD 3.4 billion)की कमाई रिपोर्ट की थी. यह इसी समय पिछले साल के मुकाबले 45.14 बिलियन युआन कम थी.
अलीबाबा की स्थापना 1999 में हुई थी. जब से जैक मा ने इस कंपनी का सीईओ पद डेनियल झांग को 2015 में दिया है तब से कंपनी कई बड़े बदलावों से गुजर रही है. 2019 में जैक मा अलीबाबा के चेयरमैन बन गए थे.
इससे पहले जुलाई में अलीबाबा ने घोषणा की थी कि वो हांग-कॉन्ग शेयर मार्केट में प्राथमिक लिस्टिंग (IPO) के लिए एप्लाई करेगा. इससे मेनलैंड चीन के निवेशकों का पूल पहली बार खुल सकेगा.
अलीबाबा ने न्यूयॉर्क में सार्वजिनक लिस्टिंग सितंबर 2014 में की थी और नवंबर 2019 में सेकेंड्री लिस्टिंग हांग-कांग में पूरी की थी. इस कदम से अलीबाबा पहली बड़ी कंपनी बन जाएगी जिसकी प्राथमिक लिस्टिंग न्यूयॉर्क और हांग-कांग दोनों शेयर बाजारों में होगी.
यह चीन के एंट ग्रुप के 37 बिलियन के प्राथमिक पब्लिक ऑफरिंग (IPO)पर चीन के क्रैकडाउन के बाद आया है. एंट ग्रुप के नियंत्रक जैक मा ने जब से चीन के रेगुलेटर्स और सरकारी बैंकों की आलोचना की है तब से उन्हें सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं