वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अलकायदा की हार होने का दावा करते हुए अमेरिकी जनता को याद दिलाया कि वे 2008 चुनाव में किए अपने वादे को निभाने में सफल रहे हैं। इन चुनावों में ओबामा ने ओसामा बिन लादेन को मारने का वादा अमेरिकी जनता से किया था।
ओबामा ने कहा, मैंने शपथ ली थी कि अमेरिका पर हमला करने वाले आतंकियों को ढूंढ निकालना मेरी प्राथमिकता होगी। एक प्रत्याशी होने के नाते मैंने कहा था कि ओसामा बिन लादेन पर नजर रखते हुए हम अमेरिका को सुरक्षित रखने का हर प्रयास करेंगे, फिर चाहे हमें पकिस्तान ही क्यों न जाना पड़े। ओबामा ने उस समय अपने इस वायदे पर उठे सवालों और आलोचनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से हम अपने सहयोगियों के साथ अलकायदा के नेताओं को प्राथमिकता बनाकर काम करते रहे हैं। ओबामा विदेशी युद्धों के शहीदों की स्मृति में आयोजित 113वें राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने अपनी सेनाओं के साहस की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, मैं अपनी सेनाओं के साहस और कौशल का शुक्रगुजार हूं कि ओसामा बिन लादेन अब अमेरिका के लिए कभी खतरा पैदा नहीं कर पाएगा। अब अलकायदा भी अपनी हार की ओर अग्रसर है।
अफगानिस्तान से अपनी सेना वापसी के बारे में भी ओबामा बोले। उन्होंने कहा, मैंने अफगानिस्तान में हमारा काम खत्म करने की शपथ ली थी। कई सालों के बाद हम तालिबान को कमजोर करने और अफगानियों की सामर्थ्य बढ़ाने में सफल रहे हैं।
अफगानिस्तान से सेना निकासी में लगने वाले समय को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे ओबामा ने कहा, कुछ लोग इस युद्ध के खत्म होने के लिए समयसीमा के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर बात कर रहे हैं। युद्ध के दस साल बाद अपनी प्रगति को देखते हुए मुझे लगता है कि अमेरिकी जनता और हमारी सेना इस युद्ध के खत्म होने की हमारी योजना को जाने। इन गर्मियों के अंत तक हमारे तीस हजार से ज्यादा सैनिक घर लौट आएंगे। अगले साल अफगान खुद अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाएंगे।
ओबामा ने कहा, 2014 में यह परिवर्तन पूरा हो जाएगा। हमारी सेनाएं बेशक वापस आ जाएंगी लेकिन हम अफगानिस्तान के लोगों के साथ एक मजबूत साझेदारी बनाए रखेंगे। हमारी नजर अफगानिस्तान पर बनी रहेगी ताकि वह दोबारा अमेरिका पर हमले का माध्यम न बन सके।
ओबामा ने कहा, मैंने शपथ ली थी कि अमेरिका पर हमला करने वाले आतंकियों को ढूंढ निकालना मेरी प्राथमिकता होगी। एक प्रत्याशी होने के नाते मैंने कहा था कि ओसामा बिन लादेन पर नजर रखते हुए हम अमेरिका को सुरक्षित रखने का हर प्रयास करेंगे, फिर चाहे हमें पकिस्तान ही क्यों न जाना पड़े। ओबामा ने उस समय अपने इस वायदे पर उठे सवालों और आलोचनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से हम अपने सहयोगियों के साथ अलकायदा के नेताओं को प्राथमिकता बनाकर काम करते रहे हैं। ओबामा विदेशी युद्धों के शहीदों की स्मृति में आयोजित 113वें राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने अपनी सेनाओं के साहस की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, मैं अपनी सेनाओं के साहस और कौशल का शुक्रगुजार हूं कि ओसामा बिन लादेन अब अमेरिका के लिए कभी खतरा पैदा नहीं कर पाएगा। अब अलकायदा भी अपनी हार की ओर अग्रसर है।
अफगानिस्तान से अपनी सेना वापसी के बारे में भी ओबामा बोले। उन्होंने कहा, मैंने अफगानिस्तान में हमारा काम खत्म करने की शपथ ली थी। कई सालों के बाद हम तालिबान को कमजोर करने और अफगानियों की सामर्थ्य बढ़ाने में सफल रहे हैं।
अफगानिस्तान से सेना निकासी में लगने वाले समय को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे ओबामा ने कहा, कुछ लोग इस युद्ध के खत्म होने के लिए समयसीमा के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर बात कर रहे हैं। युद्ध के दस साल बाद अपनी प्रगति को देखते हुए मुझे लगता है कि अमेरिकी जनता और हमारी सेना इस युद्ध के खत्म होने की हमारी योजना को जाने। इन गर्मियों के अंत तक हमारे तीस हजार से ज्यादा सैनिक घर लौट आएंगे। अगले साल अफगान खुद अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाएंगे।
ओबामा ने कहा, 2014 में यह परिवर्तन पूरा हो जाएगा। हमारी सेनाएं बेशक वापस आ जाएंगी लेकिन हम अफगानिस्तान के लोगों के साथ एक मजबूत साझेदारी बनाए रखेंगे। हमारी नजर अफगानिस्तान पर बनी रहेगी ताकि वह दोबारा अमेरिका पर हमले का माध्यम न बन सके।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं