कतर स्थित नेटवर्क ने शनिवार को कहा कि अल जज़ीरा गाजा में अपने एक कैमरामैन की "हत्या" को लेकर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) को भेजने के लिए एक कानूनी फाइल तैयार कर रहा है.
कतर स्थित ब्रॉडकास्टर के अनुसार कैमरामैन, समीर अबू दक्का (Samer Abu Daqqa) शुक्रवार को एक ड्रोन हमले में मारे गए, जब वह दक्षिणी गाजा पट्टी में विस्थापित लोगों के लिए आश्रय के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले एक स्कूल पर पहले हुए बम विस्फोट की रिपोर्टिंग कर रहे थे. अल जजीरा ने कहा कि इजरायली ड्रोन ने स्कूल पर मिसाइलें दागीं जिससे अबू दक्का गंभीर रूप से घायल हो गया.
रॉयटर्स के मुताबिक अल जज़ीरा ने एक बयान में कहा कि नेटवर्क नेएक जॉइंट वर्किंग ग्रुप की स्थापना की, जिसमें इसकी अंतरराष्ट्रीय कानूनी टीम और अंतरराष्ट्रीय कानूनी विशेषज्ञ शामिल हैं. जो अदालत में प्रस्तुत करने के लिए एक व्यापक फ़ाइल संकलित करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे.
घटना पर टिप्पणी करते हुए, इज़रायली सेना ने एक बयान में कहा कि उसने जानबूझकर पत्रकारों को "कभी नहीं निशाना बनाया है. इसमें यह भी कहा गया है कि गोलीबारी के दौरान सक्रिय युद्ध क्षेत्र में बने रहने में "जोखिम" होते हैं.
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में 10 सप्ताह तक चले युद्ध ने पत्रकारों पर भारी असर डाला है, जिसमें कम से कम 64 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए हैं.
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