नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के विदेशमंत्रियों की वार्ता से पहले भारत ने गुरुवार को कहा कि 74 भारतीय रक्षाकर्मी वर्ष 1971 से ही पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं, जिनमें 54 युद्धबंदी भी हैं, लेकिन पाकिस्तान अब तक इससे इनकार करता आ रहा है।
विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने राज्यसभा में कहा, "16 अगस्त, 2012 तक 233 भारतीय नागरिक कैदी, 81 भारतीय मछुआरे तथा 74 गुमशुदा रक्षाकर्मी पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं।"
केंद्र सरकार ने कूटनीतिक माध्यमों से पाकिस्तान के साथ कई बार यह मुद्दा उठाया है, लेकिन पाकिस्तान ने कभी युद्धबंदियों के अपने यहां होने की बात नहीं स्वीकार की।
पांच साल पहले पाकिस्तान ने लापता भारतीय रक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तानी जेलों का दौरा करने की अनुमति दी थी, जहां उनके कैद होने की आशंका है।
अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।"
विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने राज्यसभा में कहा, "16 अगस्त, 2012 तक 233 भारतीय नागरिक कैदी, 81 भारतीय मछुआरे तथा 74 गुमशुदा रक्षाकर्मी पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं।"
केंद्र सरकार ने कूटनीतिक माध्यमों से पाकिस्तान के साथ कई बार यह मुद्दा उठाया है, लेकिन पाकिस्तान ने कभी युद्धबंदियों के अपने यहां होने की बात नहीं स्वीकार की।
पांच साल पहले पाकिस्तान ने लापता भारतीय रक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तानी जेलों का दौरा करने की अनुमति दी थी, जहां उनके कैद होने की आशंका है।
अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं