जिनेवा:
भूमध्य सागर में डूबने से 54 लोगों की मौत हो गई है। ये लोग लीबिया से समुद्र के जरिए इटली के तट की ओर जा रहे थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) के हवाले से यह जानकारी दी। ये लोग एक नौका पर सवार थे। 15 दिन की इस समुद्री यात्रा के दौरान उनके शरीर में पानी की कमी होने से उनकी मौत हो गई। यूएनएचसीआर ने मंगलवार को इस यात्रा के दौरान जीवित बचे एक व्यक्ति के हवाले से यह बताया।
नौका जून के आखिर में लीबिया के त्रिपोली से रवाना हुई थी। एक दिन बाद ही वह इतालवी तट पर पहुंच गई थी लेकिन तेज हवाओं ने उसे समुद्र में धकेल दिया।
कुछ ही दिनों में नौका में छेद हो गया। नौका पर पीने का पानी नहीं था। लोग पानी की कमी से मरने लगे।
मरने वालों में से आधे लोग इरीट्रिया के बताए जा रहे हैं। जीवित बचा व्यक्ति मछुआरों को सोमवार को ट्यूनीशिया के तट पर मिला था। यूएनएचसीआर के मुताबिक इस साल लीबिया से करीब 1,300 लोग इटली पहुंचे हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) के हवाले से यह जानकारी दी। ये लोग एक नौका पर सवार थे। 15 दिन की इस समुद्री यात्रा के दौरान उनके शरीर में पानी की कमी होने से उनकी मौत हो गई। यूएनएचसीआर ने मंगलवार को इस यात्रा के दौरान जीवित बचे एक व्यक्ति के हवाले से यह बताया।
नौका जून के आखिर में लीबिया के त्रिपोली से रवाना हुई थी। एक दिन बाद ही वह इतालवी तट पर पहुंच गई थी लेकिन तेज हवाओं ने उसे समुद्र में धकेल दिया।
कुछ ही दिनों में नौका में छेद हो गया। नौका पर पीने का पानी नहीं था। लोग पानी की कमी से मरने लगे।
मरने वालों में से आधे लोग इरीट्रिया के बताए जा रहे हैं। जीवित बचा व्यक्ति मछुआरों को सोमवार को ट्यूनीशिया के तट पर मिला था। यूएनएचसीआर के मुताबिक इस साल लीबिया से करीब 1,300 लोग इटली पहुंचे हैं।
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