
काहिरा:
मिस्र में पिछले वर्ष फुटबॉल मैच के बाद हुई हिंसा के मामले में 21 प्रशंसकों को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद पोर्ट सैद में हिंसा भड़क उठी, जिसमें दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 30 लोग मारे गए।
काहिरा की अदालत ने पिछले वर्ष फरवरी में फुटबॉल मैच के बाद हुई हिंसा के संबंध में शनिवार को 21 लोगों को मौत की सजा सुनाई। इस हिंसा में 74 लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि फैसले के बाद जिन क्षेत्रों में हिंसा भड़की वहां सेना तैनात कर दी गई है।
जैसे ही सजा की खबर फैली, सजा पाने वाले सभी लोगों के परिजन पोर्ट सैद में जेल के सामने एकत्र होने लगे। उन्होंने जेल में जबरन घुसने की कोशिश की, जिसके कारण सुरक्षा बलों के साथ उनकी झड़प हो गई। उन्होंने पुलिस थानों पर हमले किए और जिस जेल में दोषियों को रखा गया था, उस पर धावा बोलने की कोशिश की।
यह हिंसा ऐसे समय में हुई है, जब हुस्नी मुबारक के शासन के खात्मे के दो वर्ष पूरे होने पर देश में फिर से अशांति फैल रही है। शुक्रवार को क्रांति की दूसरी सालगिरह पर हुए संघर्षों में कम से कम नौ लोग मारे गए, जबकि 530 घायल हो गए।
काहिरा की अदालत ने पिछले वर्ष फरवरी में फुटबॉल मैच के बाद हुई हिंसा के संबंध में शनिवार को 21 लोगों को मौत की सजा सुनाई। इस हिंसा में 74 लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि फैसले के बाद जिन क्षेत्रों में हिंसा भड़की वहां सेना तैनात कर दी गई है।
जैसे ही सजा की खबर फैली, सजा पाने वाले सभी लोगों के परिजन पोर्ट सैद में जेल के सामने एकत्र होने लगे। उन्होंने जेल में जबरन घुसने की कोशिश की, जिसके कारण सुरक्षा बलों के साथ उनकी झड़प हो गई। उन्होंने पुलिस थानों पर हमले किए और जिस जेल में दोषियों को रखा गया था, उस पर धावा बोलने की कोशिश की।
यह हिंसा ऐसे समय में हुई है, जब हुस्नी मुबारक के शासन के खात्मे के दो वर्ष पूरे होने पर देश में फिर से अशांति फैल रही है। शुक्रवार को क्रांति की दूसरी सालगिरह पर हुए संघर्षों में कम से कम नौ लोग मारे गए, जबकि 530 घायल हो गए।
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