नई दिल्ली:
काबुल में नाटो आपूर्ति कंपनी के परिसर में तालिबान द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में मारे गए लोगों में तीन भारतीय भी शामिल हैं।
जिस समय में एक बड़े ट्रक में आत्मघाती बम विस्फोट से तालिबान का हमला शुरू हुआ उस समय आवासीय परिसर में तीन भारतीय काम कर रहे थे। दो या तीन आतंकवादियों की 30 से 40 मिनट सुरक्षा गार्डों के साथ मुठभेड़ चली। उसके बाद हमलावर मार गिराए गए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, ‘काबुल हमले में मारे गए तीन भारतीयों के शवों की वापसी के लिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में भारत का मिशन सभी सहायता प्रदान कर रहा है।’ तालिबान के ट्रक बम विस्फोट और गोली बारी में कम से कम नौ लोग मारे गए थे। आतंकवादियों के हमले में नाटो आपूर्ति कंपनी परिसर का प्रवेश द्वार क्षतिग्रस्त हो गया।
जिस समय में एक बड़े ट्रक में आत्मघाती बम विस्फोट से तालिबान का हमला शुरू हुआ उस समय आवासीय परिसर में तीन भारतीय काम कर रहे थे। दो या तीन आतंकवादियों की 30 से 40 मिनट सुरक्षा गार्डों के साथ मुठभेड़ चली। उसके बाद हमलावर मार गिराए गए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, ‘काबुल हमले में मारे गए तीन भारतीयों के शवों की वापसी के लिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में भारत का मिशन सभी सहायता प्रदान कर रहा है।’ तालिबान के ट्रक बम विस्फोट और गोली बारी में कम से कम नौ लोग मारे गए थे। आतंकवादियों के हमले में नाटो आपूर्ति कंपनी परिसर का प्रवेश द्वार क्षतिग्रस्त हो गया।