
एलन मस्क (Elon Musk) के हाल ही में ट्विटर के साथ हुए तनावपूर्ण रिश्तों की वजह से स्टॉक बाजार (Stock Market) बिल्कुल ही स्तब्ध रह गया. ट्विटर (Twitter) ने हालांकि शुरू में ऐलोन मस्क का विरोध किया था, लेकिन फिर अप्रैल 2022 में उसके साथ 44 अरब अमेरिकी डालर (36.6 अरब यूरो) के समझौते पर हस्ताक्षर कर लिए. इस सौदे ने ट्विटर के तत्कालीन शेयर मूल्य पर 38 प्रतिशत प्रीमियम रखा. जबकि बाजार इस तरह के सौदे पर मूल्य वर्धित होने की उम्मीद रखता है, हाल की घटनाओं ने प्रीमियम (Premium) को और भी अधिक बढ़ा दिया है. इससे दोनों पक्षों के शेयरधारकों को कोई फायदा नहीं होगा.
मस्क के अप्रैल ऑफर के बाद से काफी कुछ बदल गया है. मंदी की आशंका से टेक्नोलॉजी शेयरों में नरमी आई है. बिग टेक की वैल्यू में औसतन 26 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि कई छोटे टेक शेयरों में 70 फीसदी तक की गिरावट आई है.
टेस्ला के शेयर, जिसका उपयोग मस्क अपने ट्विटर सौदे को मजबूत करने के लिए कर रहे थे, को भी बख्शा नहीं गया है क्योंकि अप्रैल की शुरुआत और मई के अंत के बीच कीमतें लगभग आधी हो गई हैं. अब इनकी सेहत में थोड़ी बहुत सुधार दिखाई दे रही है.
मस्क की घोषणा के बाद ट्विटर के शेयर मूल्य को जो लाभ हुआ था वह अब समाप्त हो चुका है. ट्विटर के प्रबंधन का कहना है कि कंपनी ने सौदे पर तीन करोड़ तीस लाख अमरीकी डालर खर्च किए हैं और फिर भी अगर राजस्व में गिरावट दिखाई दे रही है तो इसके लिए अनिश्चितता को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.
टेक स्टॉक में गिरावट के ट्विटर के प्री-डील शेयर मूल्य पर प्रभाव को देखते हुए, मस्क द्वारा भुगतान किया जाने वाला प्रीमियम अब सौदा आगे बढ़ने पर मूल 38 प्रतिशत की तुलना में काफी अधिक होगा.
मस्क और उनके वकीलों ने जुलाई में मस्क के प्रस्ताव को वापस लेने के लिए सौदे की वित्तीय स्थिति में बदलाव से असंबद्ध कारणों का हवाला दिया है - मुख्य रूप से स्पैम खातों (Spam Accounts) पर अधिक जानकारी की आवश्यकता को रेखांकित किया गया.
ट्विटर अब कानूनी कार्रवाई के जरिए मस्क को खरीदारी पूरी करने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहा है और एक अमेरिकी न्यायाधीश ने अक्टूबर के लिए मुकदमे की तारीख निर्धारित की है. लेकिन आगे अगर कानूनी तकरार होती है तो ट्विटर के शेयर की कीमत में निरंतर कमी दिखेगी. और अगर अदालत मस्क को ट्विटर खरीदने के लिए मजबूर करती है तो मस्क या ट्विटर के प्रबंधन, कर्मचारियों और वर्तमान शेयरधारकों (Shareholders) को फायदा नहीं होगा. कंपनी के वर्तमान और भविष्य के शेयरधारकों की रक्षा के लिए दोनों पक्षों को सौदे पर फिर से बातचीत करने के लिए आगे आना चाहिए.
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