- प्रवर्तन निदेशालय ने हरक सिंह रावत और उनकी पत्नी समेत पांच लोगों के खिलाफ सहसपुर जमीन फर्जीवाड़े की चार्जशीट दाखिल की है.
- ईडी ने सहसपुर की 101 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में हरक सिंह रावत और उनके करीबी लोगों को आरोपी बनाया है.
- हरक सिंह रावत ने कहा कि वे इस मामले में पूरी तरह से निर्दोष हैं और उनके पास जमीन के सभी कानूनी दस्तावेज मौजूद हैं.
उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत और उनकी पत्नी समेत पांच लोगों के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने जमीन के फर्जीवाड़े को लेकर चार्जशीट दाखिल कर दी है. ईडी ने विशेष न्यायालय (PMLA court) देहरादून में दाखिल की गई चार्ज शीट में हरक सिंह रावत उनके करीबी वीरेंद्र सिंह कंडारी, पत्नी दीप्ति रावत, उनके करीबी लक्ष्मी राणा और पूर्णा देवी मेमोरियल ट्रस्ट को भी सहसपुर जमीन घोटाले मामले में आरोपी बनाया गया है.
क्या है सारा मामला
दरअसल देहरादून के सहसपुर में 101 बीघा जमीन की खरीद फरोक का यह सारा मामला हरक सिंह रावत की जमीन का है जिसे ईडी ने जनवरी में अटैच कर दिया था. ईडी ने इस मामले की जांच सहसपुर थाने में दर्ज धोखाधड़ी और जालसाजी के मुकदमे से शुरू की थी. जानकारी के मुताबिक सहसपुर की 101 बीघा जमीन को हरक सिंह रावत की उनकी पत्नी दीप्ति रावत और लक्ष्मी राणा ने वीरेंद्र सिंह कंडारी और स्वर्गीय सुशीला रानी ने साजिश के तहत कुछ जमीने अपने नाम रजिस्टर्ड करवाई.
रावत के पास सारे डॉक्यूमेंट्स
ईडी ने हरक सिंह रावत और उनके करीबियों के खिलाफ दाखिल चार्ज शीट की है. इस पर हरक सिंह रावत ने एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि वह इस बात से खुश है कि अब मामला न्यायालय में आ गया है क्योंकि न्यायालय में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. हरक सिंह रावत ने कहा कि इस पूरे मामले में वह पाक साफ हैं और उनके खिलाफ षड्यंत्र के तौर पर यह मामला दर्ज किया गया है. हरक सिंह रावत ने यह भी कहा कि इसकी पहले भी दो बार जांच की जा चुकी है. उन्होंने कहा है कि उनके पास इस जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज हैं जो कानूनी तौर पर सही हैं.
तो राजनीति छोड़ देंगे रावत
हरक सिंह रावत ने कहा कि वह न्यायालय में अपने सारे दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे. उन्हें पूरा भरोसा है कि न्यायालय सच का साथ देगा और सच हरक सिंह रावत के साथ है. हरक सिंह रावत ने चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनका दोष कोर्ट में सिद्ध हुआ तो वह सार्वजनिक जीवन और सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेंगे. दूसरी ओर उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा हो नहीं पाएगा क्योंकि पास सही तरीके से जमीन खरीदने के कागजात और पावर ऑफ अटॉर्नी के कागजात हैं.
रावत ने दी कानूनी कार्रवाई की धमकी
हरक सिंह रावत के अनुसार वह निर्दोष हैं और जल्द ही यह कोर्ट की तरफ से भी साफ कर दिया जाएगा. उन्होंने सवाल किया, 'उन अधिकारियों का कानून क्या करेगा जिन्होंने मुझ पर इस तरह के आरोप लगाए हैं.' रावत ने कहा कि कोर्ट से जब सारा मामला साफ हो जाएगा और वह निर्दोष साबित हो जाएंगे तो वह जिन अधिकारियों ने उन पर मुकदमा दर्ज किया है और जो अधिकारी जांच में शामिल रहे हैं, उन पर कानूनी कार्रवाई करेंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं