 
                                            उत्तराखंड में सत्ताधारी भाजपा के विधायक महेश नेगी पर कथित तौर पर दुष्कर्म करने और अपनी बेटी का पिता होने का आरोप लगाने वाली महिला ने अब अपने बच्चे के लिए उनसे मासिक गुजारा भत्ता मांगा है. महिला के वकील एस पी सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि उनकी मुवक्किल ने अपनी बेटी के लिए विधायक से साठ हजार रुपये प्रतिमाह गुजारा भत्ता की मांग की है और इसके लिए उन्होंने परिवार अदालत का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने बताया कि अदालत ने महिला की याचिका स्वीकार कर ली है और नेगी को इस संबंध में एक नोटिस भेजा है.
सिंह ने बताया कि अदालत ने महिला की याचिका पर सुनवाई के लिए 17 फरवरी की तारीख नियत की है. याचिका में महिला ने अपनी पुत्री के पिता का नाम महेश नेगी लिखा है. अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से विधायक नेगी पर पिछले साल अगस्त में महिला ने कथित तौर पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था और दावा किया था कि वह उसकी पुत्री के जैविक पिता हैं. अपने दावे की पुष्टि के लिए डीएनए जांच की मांग करते हुए उसने यहां एक स्थानीय अदालत से प्रार्थना की थी.
यहां के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने विधायक नेगी से डीएनए जांच के लिए अपने रक्त का नमूना देने की खातिर अदालत में बुलाया था लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वह अदालत में पेश नहीं हुए. इस बीच, विधायक नेगी ने निचली अदालत के आदेश पर रोक के लिए उत्तराखंड उच्च न्यायालय का रूख किया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
