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यमुना की तेज धारा में फंसी गाय... जान हथेली पर रखकर जांबाजों ने बचाया, दिल छू लेगा ये वीडियो

फायर टीम ने हिम्मत के साथ यमुना नदी में फंसी हुई गाय का रेस्क्यू किया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

यमुना की तेज धारा में फंसी गाय... जान हथेली पर रखकर जांबाजों ने बचाया, दिल छू लेगा ये वीडियो

उत्तराखंड में बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं. सैलाब की मार से इंसान और बेजुबान दोनों ही परेशान हैं. इसी बीच उत्तराकाशी से एक गाय के रेस्क्यू की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें फायर टीम बडकोट के जवानों ने यमुना नदी के बीच में फंसी एक गाय को बचा रहे हैं. बताया जा रहा है कि गाय यमुनोत्री की तरफ से बहकर आई थी, जो टापू में रेत और बोल्डर के बीच फंस गई और काफी दिनों से भूखी भी है. 

फायर टीम ने रस्सी के सहारे किया रेस्क्यू

दरअसल मामला यमुनोत्री हाईवे से लगते हुए गंगनानी स्थित श्मशान घाट के पास यमुना नदी का है. फायर टीम बडकोट को सूचना मिली की नदी के तेज बहाव के बीच एक गाय फंस गई है. जानकारी मिलते ही फायर टीम मौके पर पहुंची और नदी के तेज बहाव के बीच से गाय को एक रस्सी के सहारे बहार निकाल लिया.

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आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह अग्निशमन टीम का एक सिपाही यमुना नदी में एक छड़ी लेकर नदी की गहराई देखते-देखते गाय की तरफ बढ़ रहा है, इसके बाद गाय को एक रस्से से बांधकर यमुना नदी से रेस्क्यू किया गया. 

जान माल का हुआ बड़ा नुकसान

उत्तराखंड में एक अप्रैल 2025 से अभी तक मानसून से 85 लोगों की मौत हुई है, जिसमें चार लोगों के वन्य जीव संघर्ष के कारण मृत्यु हुई है. इसके अलावा 128 लोग घायल हुए हैं, जिसमें 48 लोग घायल वन्य जीव संघर्ष के कारण हुए हैं. लापता हुए लोगों की संख्या भी 94 के करीब है, जिसमें 67 लोग अकेले धराली आपदा में लापता हुए हैं. आपदा के कारण मवेशियों को भी बहुत नुकसान पहुंचा है, जिसमें 167 बड़े जानवर की मृत्यु हुई है. वहीं छोटे जानवरों की संख्या 6744 है, जिसमें 552 छोटे जानवर और 6192 मुर्गियों की संख्या है.

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