प्रतीकात्मक तस्वीर.
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में एक बीजेपी विधायक शिकायतों की सुनवाई न होने पर धरने पर बैठ गए. इसकी काफी चर्चा रही. उन्होंने स्थानीय थाने के दारोगा और सिपाहियों को महाभ्रष्ट करार देकर जनता का शोषण करने का आरोप लगाया. बोले-जब तक पूरे स्टाफ का तबादला नहीं हो जाता, वह धरने से नहीं उठेंगे.मथुरा जिले के बलदेव क्षेत्र से पूरन प्रकाश बीजेपी के विधायक हैं. वह रविवार की शाम चार बजे अचानक समर्थकों के साथ महाबन पुलिस थाने के पास पहुंचे और धरने पर बैठ गए.
धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूरन प्रकाश ने आरोप लगाया, ‘‘पूरा पुलिस थाना भारी भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है.’’ उन्होंने कहा कि जब तक थाना प्रभारी अरविंद पाल, उप निरीक्षकों अरविंद चौहान एवं अजय हवाना को निलंबित नहीं किया जाता और पुलिस थाने के सभी कर्मचारियों का तबादला नहीं होता तब तक धरना जारी रहेगा.उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस थाने में रिश्वत के बिना कोई काम नहीं होता और थाना प्रभारी एवं दोनों उपनिरीक्षक अक्सर लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं.
वीडियो-मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने धरने पर बैठे भाजपा विधायक
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूरन प्रकाश ने आरोप लगाया, ‘‘पूरा पुलिस थाना भारी भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है.’’ उन्होंने कहा कि जब तक थाना प्रभारी अरविंद पाल, उप निरीक्षकों अरविंद चौहान एवं अजय हवाना को निलंबित नहीं किया जाता और पुलिस थाने के सभी कर्मचारियों का तबादला नहीं होता तब तक धरना जारी रहेगा.उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस थाने में रिश्वत के बिना कोई काम नहीं होता और थाना प्रभारी एवं दोनों उपनिरीक्षक अक्सर लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं.
वीडियो-मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने धरने पर बैठे भाजपा विधायक
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