उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को सकुशल एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराए जाने को लेकर सरकार लगातार निगरानी कर रही है. इसी क्रम में आज प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं डीजीपी विजय कुमार ने कांवड़ यात्रा को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया. मेरठ मंडलायुक्त सभागार में मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ, मुरादाबाद मंडल एवं अन्य राज्यों उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई. भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव गृह एवं डीजीपी ने बाबा औघड़नाथ मंदिर पहुंचकर कांवड़ से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बैठक में पश्चिमी यूपी के समस्त जनपदों के अधिकारियों द्वारा वर्चुअल माध्यम से कांवड़ के संबंध में अवगत कराया गया.
प्रमुख गृह सचिव संजय प्रसाद ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के प्रति अच्छा व्यवहार रखा जाए. कांवड़ शिविर और भंडारे को परमिशन देना आदि के संबंध में कांवड़ संघों से वार्ता करना सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने कहा कि कावंड़ियों की सुरक्षा तथा उनको सुविधाएं देना प्रशासन का काम है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाए. चिकित्सा शिविरों में एंटीवेनम तथा एंटी रेबीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. महिला कावंड़ियों के लिए शौचालय, स्नान एवं सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें. घाटों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग करा ली जाए.
अवैध शराब, मांस की दुकानों पर आवश्यक कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि जनपद में यदि कोई बड़ा आयोजन या परीक्षा हो तो इसकी सूचना तत्काल शासन को उपलब्ध कराई जाए. प्रबंध निदेशक पीवीवीएनएल चैत्रा वी0 को निर्देशित करते हुए कहा कि कांवड़ शिविर में विद्युत कनेक्शन की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए तथा निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.
अंतर्राज्यीय व अंतरजनपदीय सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए, ताकि एक स्थान पर होने वाली घटना की जानकारी सभी निकटवर्ती प्रदेश/जनपदों को उपलब्ध कराई जाए. बैठक में निर्देशित किया गया कि कांवड़ यात्रा में बारह फीट से ऊंची कांवड़, भाले, त्रिशूल आदि नहीं ले जाने दिया जाए. कांवड़ यात्रा के दौरान व्हाट्सऐप ग्रुप, सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली अफवाहों पर नजर रखी जाए.
डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि सड़क के दोनों ओर झांड़ियों की सफाई, चिकित्सा व्यवस्था का उचित प्रबंध किया जाए. कावंड़ियों के ठहरने एवं उनके आराम के लिए उचित स्थान की व्यवस्था की जाए. कांवड़ मार्ग पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो तथा डीजे की आवाज को संयमित/नियंत्रित रखने हेतु शिविर संचालकों एवं कावंड़ियों को जागरूक किया जाए. डीजे पर कोई भी अशोभनीय गाना नहीं बजे, कांवड खंडित होने की दशा में गंगाजल की व्यवस्था पूर्व में ही कर ली जाए. उन्होंने कहा कि आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जाए तथा आवश्यक कार्रवाई की जाए.
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने कहा कि कांवड़ यात्रा को पूर्ण रूप से प्लास्टिक फ्री रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के अलावा थर्माकोल पर भी प्रतिबंध रहेगा. साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए. एंटी लार्वा स्प्रे, सैनेटाइजेशन तथा सड़कों पर पानी के छिड़काव की व्यवस्था की जाए. कांवड़ मार्ग पर पेयजल की उचित व्यवस्था की जाए. कांवड़ यात्रा में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए.
मंडलायुक्त मेरठ मंडल सेल्वा कुमारी जे0 ने कांवड़ की तैयारियों से प्रमुख सचिव गृह को अवगत कराते हुए बताया कि मंडल के सभी जनपदों में कांवड़ मार्ग में पड़ने वाली सडकों को गड्डा मुक्त किया जा रहा है. सड़क के दोनों ओर साफ-सफाई के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दे दिये गये है. कावंड़ मार्ग पर मेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस उपलब्ध रहेगी तथा एम्बुलेंस के लिए वैकल्पिक मार्ग को चिन्हित कर लिया गया है. उन्होंने रूट डायवर्जन, पेयजल, पथ प्रकाश, सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन कैमरा, सुरक्षा व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा आदि की व्यवस्था से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के लिए टीम गठित कर दी गई है और निराश्रित गौवंश के लिए गौशालाएं तैयार है.
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